मोबाइल फोन में स्क्रीन ग्रार्ड को लेकर हमेशा मन में असमंजस की स्थिति रहती है. बहुत लोगों का मानना है कि बिन स्क्रीन प्रोटेक्टर के टच ज्यादा अच्छे तरीके से काम करता है. वहीं बहुत से लोग इस बात पर यकीन रखते हैं कि ये डिवाइस को स्क्रैच और डैमेज से बचाता है. वहीं बात आती है कि फोन के लिए कौन सा स्क्रीन गार्ड सही है? इसमें भी लोग दुविधा में रहते हैं कि कंपनी का ऑफिशियल स्क्रीन प्रोटेक्टर लगवाया जाए या फिर लोकल बाजार का रुख किया जाए. आज हम आपके ऐसे ही सवालों का जवाब देंगे.
आजकल कुछ स्मार्टफोन्स के बॉक्स में स्क्रीन प्रोटेक्टर आता है. अधिकतर मामलों में ये TPU स्क्रीन प्रोटेक्टर होते हैं. ये स्क्रीन को स्क्रैच से तो बचा सकते हैं लेकिन एक्सीदडेंटल डैमेज से नहीं बचा पाते. अगर आप अपने डिवाइस को लम्बे समय तक उपयोग करना चाहते हैं, तो इनका उपयोग नहीं करना चाहिए.
ऐसे लोग जिनके हाथों से स्मार्टफोन का गिरना बहुत नार्मल हो चुका है, उन्हें TPU की बजाय दूसरे ऑप्शन जैसे कि टेम्पर्ड स्क्रीन गार्ड पर जाना चाहिए. ये प्रोटेक्टर असल में आपके फोन के डिस्प्ले को डैमेज से बचाता है.
स्क्रीन गार्ड कितने तरह के होते हैं
लोकल बाजार में आजकल 7D से लेकर 11D और न जाने कितने तरह के स्क्रीन गार्ड बताकर यूजर्स को कन्फ्यूज कर दिया जाता है. असल में स्क्रीन गार्ड कितने तरह के होते हैं, ये आगे समझिए.
TPU/PET फिल्म स्क्रीन गार्ड
टेम्पर्ड स्क्रीन गार्ड
प्राइवेसी स्क्रीन गार्ड
मिरर स्क्रीन गार्ड
सफायर स्क्रीन गार्ड
यूवी स्क्रीन गार्ड
मामला बस इतना सा नहीं है. ऊपर बताए स्क्रीन गार्ड्स भी दो कटेगरी में आते हैं. एक है ग्लॉसी और दूसरा मैट फिनिश वाला. नाम से ही साफ है एक ग्लॉसी फिनिश के साथ आता है, इसमें भी एक ब्रांडेड होगा जो स्क्रीन रिफ्लेक्शन के साथ ऑरिजनल दिखेगा. दूसरा मैट फिनिश वाला स्क्रीन गार्ड लाइट रिफ्लेक्शन को कम देता है, इसमें कलर एक्यूरेसी सटीक नहीं होती है.
फोन के डिस्प्ले को सेफ रखना बहुत जरूरी है, खासतौर से तब जब आप इसे कुछ सालों बाद रीसेल करने की सोच रहे हैं. पुराने डिस्प्ले वाले फोन की वैल्यू स्क्रैच या टूटे डिस्प्ले वाले फोन के मुकाबले अधिक होती है.
कर्व्ड डिस्प्ले वाले फोन के लिए स्क्रीन प्रोटेक्टर
अगर आपके पास कर्व्ड डिस्प्ले वाला फोन है, तो TPU या PET फिल्म पर्याप्त होगी. लेकिन ये फिजिकल डैमेज को नहीं रोकता है. UV स्क्रीन प्रोटेक्टर या लिक्विड स्क्रीन प्रोटेक्टर भी कर्व्ड डिस्प्ले वाले फोन के लिए बहुत मशहूर हैं. लेकिन इन्हें कर्व्ड स्क्रीन में इंस्टॉल करना थोड़ा टफ होता है. वहीं कुछ कंपनियां जैसे वनप्लस और शाओमी यूजर्स को यूवी स्क्रीन गार्ड उपयोग करने के लिए मना करती हैं. हम भी इन्हें यूज न करने करने की सलाह दूंगी. क्योंकि ये डिस्प्ले को परमानेंट डैमेज कर सकते हैं.
फ्लैट डिस्प्ले के लिए स्क्रीन गार्ड
जो लोग फ्लैट पैनल डिस्प्ले वाला फोन उपयोग करते हैं, उनके लिए रेगुलर टेम्पर्ड ग्लास सही होता है. और ये सस्ता भी होता है. टेम्पर्ड ग्लास स्क्रीन को स्क्रैच और फिजिकल डैमेज दोनों से बचाते हैं.
टेम्पर्ड ग्लास की वरायटी हैं, जैसे कि ग्लॉसी, मैट, मिरर फिनिश और प्राइवेसी कोटिंग वाले. इनका हार्डनेस लेवल अलग-अलग होता है, जैसे कि 9H और 11H, इसे ही मार्केट में 9डी और 11डी के नाम से बेचा जाता है. इनकी हार्डनेस को समझना मुश्किल होता है. इसलिए बेहतर है कि आप या तो कम कीमत वाला या फिर किसी ब्रांड का स्क्रीन गार्ड चुनें.
प्राइवेसी प्रोटेक्शन टेम्पर्ड ग्लास
प्राइवेसी प्रोटेक्शन के साथ आने वाले टेम्पर्ड ग्लास आपके डिस्प्ले को दूसरों से बचाकर रखते हैं. यूं समझिए बगल बैठा व्यक्ति आपकी स्क्रीन पर झांकता है तो उसे कुछ नजर नहीं आएगा. हालांकि इनके इस्तेमाल से स्क्रीन कलर उतने सटीक नजर नहीं आते हैं.
सफायर स्क्रीन गार्ड
आखिर में आते हैं सफायर स्क्रीन गार्ड जो एक नॉर्मल स्क्रीन गार्ड के मुकाबले बहुत महंगे होते हैं. अगर आप ऐसा कोई स्क्रीन प्रोटेक्टर लगवा रहे हैं, तो तय करें कि वो जेनुइन है. और इसे लगाने वाला कोई प्रोफेशनल है.
ध्यान रहे कुछ स्मार्टफोन इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर के साथ आते हैं, टेम्पर्ड ग्लास से इनकी फंक्शनिंग बिगड़ सकती है. ऐसे जरूरी है कि आप स्क्रीन गार्ड लगवाते समय कंपनी और क्वालिटी दोनों के बारे में सोचें. लेकिन अगर आप बजट फोन उपयोग कर रहे हैं तो बेसिक टेम्पर्ड ग्लास ही आपके फोन लिए सही रहेगा.
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