कार्डियक अरेस्ट एक ऐसी कंडीशन है, जिसमें व्यक्ति का दिल अचानक काम करना या धड़कना बंद कर देता है. इस स्थिति में अगर किसी व्यक्ति को तुरंत इलाज न मिले तो उसकी मौत भी हो सकती है. एक्सपर्ट का कहना है कि इस साइलेंट किलर बीमारी के लक्षण महिलाओं और पुरुषों में एक जैसे नहीं होते. उनका यह भी कहना है कि कार्डियक अरेस्ट से पीड़ित कुछ लोगों में लक्षण 24 घंटे पहले से ही दिखाई देना शुरू हो जाते हैं.
एक स्टडी के मुताबिक, कार्डियक अरेस्ट के लक्षण पुरुष और महिलाओं में अलग-अलग होते हैं. कार्डियक अरेस्ट दिल के लिए सबसे खतरनाक स्थिति मानी जाती है, जिसकी वजह से अधिकतर लोगों को इलाज मिलने से पहले ही अपनी जान गंवानी पड़ जाती है.
अमेरिका में सीडर्स सिनाई मेडिकल सेंटर के स्मिड्ट हार्ट इंस्टीट्यूट की एक नई रिसर्च के मुताबिक, कार्डियक अरेस्ट से एक दिन पहले महिलाओं और पुरुषों में कुछ संकेत देखने को मिलते हैं, जैसे महिलाओं को सांस लेने में दिक्कत महसूस होती है. जबकि पुरुषों को सीने में दर्द की समस्या होती है.
कार्डियक अरेस्ट से पहले शरीर में दिखते हैं ये लक्षण
जर्नल लैंसेट डिजिटल हेल्थ में पब्लिश इस स्टडी में हिस्सा लेने वाले 50 पर्सेंट लोगों ने कहा कि उन्होंने कार्डियक अरेस्ट से कुछ घंटे पहले शरीर में कुछ बदलाव महसूस किए थे. महिलाओं ने सांस की तकलीफ महसूस की थी. जबकि पुरुषों ने सीने में दर्द का अनुभव किया था.
कैलिफोर्निया के वेंचुरा काउंटी में स्थित बहु-जातीय समुदायों पर प्रेस्टो स्टडी की गई थी. जबकि ओरेगॉन के पोर्टलैंड में स्थित ओरेगॉन की अचानक मौत पर एसयूडीएस स्टडी की गई. सडन कार्डियक अरेस्ट एक्सपर्ट डॉ. सुमीत चुघ ने कहा कि हमने 22 वर्ष पहले SUDS स्टडी शुरू की थी, जबकि 8 साल पहले प्रेस्टो स्टडी स्टार्ट की थी.
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