साबुन या हैंडवॉश से हाथ धोना कितना जरूरी है, ये तो इस समय में हम सब जान चुके हैं। कोरोना से बचाव के लिए डॉक्टर्स भी बार-बार हाथ धोने की सलह देते हैं।यह बीमारियों को रोकने और जीवन को बचाने के लिए एक प्रभावी तरीका माना गया है। इस दिन लोगों को सही तरह से हाथ धोने के महत्व के बारे में बताया जाता है। आइए आज के दिन हम भी आपको बताते है इस दिन का इतिहास और हाथ धोने का सही तरीका।
ग्लोबल हैंडवाशिंग डे की स्थापना ग्लोबल हैंडवाशिंग पार्टनरशिप ने लोगों में हाथ धोने की आदत डालने और बीमारियों से बचाव के बारे में जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से की थी।
सबसे पहले साल 2008 में ग्लोबल हैंडवाशिंग डे मनाया गया था। इस दिन पूरी दुनिया में लगभग 70 देशों में 1.20 करोड़ बच्चों ने एक साथ साबुन से हाथ धोने का रिकार्ड भी बनाया था।
हाथ धोने के सही तकनीक के बारे में डॉक्टर्स बताते हैं कि, ”सबसे पहले अपने हाथों को गीला करिए और उसके बाद साबुन लगाएं। उसके बाद धीरे-धीरे हाथों को मलें और कम से कम 20 सेकेंड तक हर हिस्से पर साबुन मलें। साफ पानी से हाथ धोएं और साफ तोलिए से ही हाथों को पोंछे।”
कहते है गंदे हाथों से ज्यादा नुकसानदेह है ठीक से हाथ ना धोना। जी हां, अगर आप ठीक से हाथ नहीं धोते तो ये बीमारियों की बड़ी वजह बन सकता है। अपने हाथों में सिर्फ साबुन लगाकर छोड़ देने से आपके हाथ साफ नहीं हो जाते, इसके लिए आपको अपने हाथो, उंगलियों, नाखुनों को ठीक प्रकार से साफ करना होता है।
डॉक्टर्स का मानना है कि आपको दिन में 5 से 10 बार हाथ धोना चाहिए क्योंकि कीटाणु हर समय आपके इर्द-गिर्द रहते हैं। कोरोना से बचने के लिए तो आपको घर घंटे हाथ धोना चाहिए।
हाथों की सफाई ना सिर्फ आपको कोल्ड और फ्लू से बचाएगी, बल्कि ऐसा करके आप दूसरी बीमारियों से भी बच सकते हैं।