आजकल जूस पीना सभी को पसन्द है ताजगी से भरपूर जूस इंस्टेंट एनर्जी तो प्रदान करते है पर क्या वाकई इनके प्रयोग से हमें कोई फायदा मिलता है डायटीशियन की माने तो, जूस हमारे शरीर को कई तरह के न्यूट्रीशियन देते हैं, लेकिन इनसे हर तरह के न्यूट्रीशियन नहीं मिलते क्योंकि इनमें फ्रक्टोस की मात्रा अधिक और फाइबर की मात्रा कम होती है, जूस को ज्यादा फायदेमंद और टेस्टी बनाने के लिए जूस के साथ किए जाने वाले प्रयोग घातक साबित हो सकते हैं। चिकित्सकों के मुताबिक दांतों में होने वाली कई परेशानियों के जिम्मेदार वो ड्रिंक और जूस हैं, जिनमें एसिड की मात्रा काफी ज्यादा होती है।
एक शोध के अनुसार, सब्जी और फल के जूस को मिलाकर नहीं पीना चाहिए, क्योंकि दोनों के लिए अलग पाचन क्रिया की आवश्यकता होती है। शोध में इस प्रकार का कोई संकेत नहीं मिला हैं, जिससे पता चले कि सब्जी और फल का जूस मिलाकर पीने से ये ज्यादा लाभदायक होता है। फल और सब्जी के जूस को मिलाकर न पीने के निर्देश दिए जाते है।
डायबिटीज के मरीज भी जूस का सेवन करते वक़्त बरतें ये सावधानीयां, फल और सब्जियों में प्राकृतिक रूप से शुगर मौजूद होती है डायटीशियन के अनुसार, डायबिटीज मरीजों के लिए जूस पीना काफी नुकसानदायक हो सकता है। ऐसे में डायबिटीज मरीज डॉक्टर की सलाह के बिना जूस का सेवन न करें।
पथरी के मरीज भी जूस से परहेज करें, शोध के अनुसार जिन लोगों को किडनी में पथरी की शिकायत होती है, उन्हें पालक के जूस से परहेज करना चाहिए। पालक में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम और ऑक्सालेट पाया जाता है, जो पथरी की समस्या की मुख्य वजह हो सकता है। करौंदे का जूस पथरी के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है।
असल में जूस में फ्रक्टोज़ की मात्रा अधिक होने पर हमारे शरीर को ज़रूरत से ज़्यादा कैलोरी मिल जाती है जिससे मोटापा और फैट शरीर में डिपाजिट होता है फलों के जूस के मुक़ाबले फल खाना सेहत के लिए बेहतर है। पैक्ड जूस विटामिन मिले चीनी के घोल से ज़्यादा कुछ नहीं होते। फलों के अन्य भाग में भी पोषक तत्व होते हैं, जो जूस निकालने के दौरान अलग हो जाते हैं। इसलिए फलों का खाना हमारी सेहत क लिए ज्यादा लाभकारी साबित होगा।