डायबिटीज को लेकर अक्सर एक बात कही जाती है कि यह खराब लाइफस्टाइल और खानपान की देन होती है. यह एक ऐसी बीमारी है कि अगर इसे कंट्रोल में नहीं रखा गया तो कब ये अपना गंभीर रूप ले लें इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है. इसे कंट्रोल में रखना है तो इसके मरीज को अपनी लाइफस्टाइल और डाइट को हमेशा सही रखना होगा. अगर ब्लड में शुगर लेवल को कंट्रोल में रखना है तो दो बातों का अक्सर ध्यान रखें.
कुछ इस तरह से डायबिटीज के मरीज के लिए वरदान है मखाना
पहला आप जो भी खाएं वह ग्लाइसेमिक इंडेक्स से भरपूर हो. साथ ही दूसरा हाई फाइबर और रफेज से भरपूर हो. ऐसा इसलिए क्यों फाइबर जो होता है वह शुगर को सोखने का काम करता है और मेटाबोलिक रेट बढ़ाकर इसे पचाने में मदद करता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ग्लाइसेमिक इंडेक्स से भरपूर फूड्स आपके पेंनक्रियाज के फंक्शन को बेहतर बनाता है. साथ ही इंसुलिन के प्रोडक्शन को भी बढ़ाता है. इन दोनों के फंक्शन को बेहतर बनाने के लिए मखाना सब गुणों से भरपूर है.
डायबिटीज में मखाना खाना होता है फायदेमंद
मखाना ग्लाइसेमिक इंडेक्स से भरपूर होता है. वह शरीर में बैलेंस बनाने का काम करता है. यह शुगर को शरीर में कंट्रोल करने का काम करता है. इन सब के अलावा इसका फाइबर शुगर मेटाबोलिज्म को तेज करता है. शरीर में ज्यादा शुगर जमा होने से रोकता है. ब्लड में शुगर लेवल बढ़ने से रोकता है. फिर वह पेट की गड़बड़ी को भी कम करता है. डायबिटीज में कब्ज की दिक्कत अक्सर हो जाती है वह इससे निजात दिलाता है. मखाने में मैग्नीशियम काफी होती है. इसलिए यह शरीर को ऑक्सीजन पहुंचाने में और ब्लड शुगर बेहतर करने में काफी ज्यादा मदद करता है. साथ ही साथ दिल की बीमारी से रोकता है.
डायबिटीज में मखाना कब खाएं
डायबिटीज में मखाने को कई तरह से खा सकते हैं. लेकिन सबसे हेल्दी होता है जब आप नाश्ते में इसे दूध में भिगोकर खाएं. इसे आप स्नैक्स की तरह शाम के वक्त या खिचड़ी में भी खा सकते हैं.
डायबिटीज में कितना मखाना खाना है फायदेमंद
डायबिटीज के मरीजों को हर दिन 2-3 मुट्ठी यानि 30 ग्राम मखाना खाना चाहिए यह आपके शुगर लेवल को कंट्रोल में रखता है. साथ ही यह डायबिटीज को कंट्रोल में रखता है.
यह भी पढे –
रगड़ने के बाद भी कम नहीं हो रही खीरे की कड़वाहट तो आज़माएं दादी नानी के ये देसी नुस्खे