सालों से डायबिटीज के मामलों में वैश्विक रूप से चिंताजनक वृद्धि देखी गई है, खासकर भारत में. दुनिया का डायबिटीज कैपिटल के रूप में जानने वाले भार त देश को इस गैर-संचारजनित रोग के मामलों में विकराल वृद्धि का सामना करना पड़ रहा है. वाशिंगटन के विश्वविद्यालय द्वारा एक अध्ययन के अनुसार, वर्तमान में विश्व में 529 मिलियन लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं. इस अध्ययन के मुताबिक 2050 तक यह संख्या दोगुना होकर लगभग 13 अरब लोगों तक पहुंचेगी.
एक ICMR (भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद) के अध्ययन के अनुसार, 2019 में 70 मिलियन लोगों की तुलना में भारत में अब 101 मिलियन डायबिटीज से ग्रस्त लोग हैं. इनमें अधिकांश मामले टाइप 3 डायबिटीज या डायबिटीज सहिता हैं, जो मोटापे से जुड़े एक प्रकार की बीमारी है, आम भाषा में कहें तो ये एक लाइफस्टाइल डिसऑर्डर है, जो की रिवर्सिबल होती है. हालांकि, कुछ ऐसे तरीके हैं, जिन्हें अगर समय रहते अपना लिया जाए, तो डायबिटीज के जोखिम और लक्षणों को कम किया जा सकता है.
कैसे करें डायबिटीज कंट्रोल?
वजन को मैनेज करें
अतिरिक्त वजन टाइप 2 डायबिटीज का सबसे महत्वपूर्ण कारण होता है. मोटापा इस विकार के विकास के अवसर को बढ़ाता है. इसलिए अपने शरीर के वजन का नियंत्रित करना और अपना बीएमआई (BMI) जांचना इस जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है.
डाइट में हेल्दी फैट करें शामिल
हेल्दी फैट्स खराब कोलेस्ट्रॉल को नहीं बढ़ाते हैं और ब्लड शुगर के लेवल को स्थिर करने के लिए अच्छे होते हैं. न्यूट्रिशनिस्ट आहार में स्वस्थ वसा युक्त खाद्य पदार्थ जैसे जैविक A2 घी, नारियल, एवोकैडो, जैतून, नट और बीज शामिल करने का सुझाव देते हैं.
एक्सरसाइज
अपने शरीर के वजन को मैनेज करने के लिए, आपको एक ऐसा रुटीन शुरू करना होगा जिसमें आपको कम से कम 45 मिनट के लिए गतिशील रहना होगा. व्यायाम शरीर की क्षमता को सुधारता है जिससे इंसुलिन (डायबिटीज से संबंधित एक हार्मोन) का उपयोग करने और ग्लूकोज को शोषित करने की क्षमता में सुधार होती है.
चीनी से रहें दूर
डायबिटीज से बचने के लिए सबसे पहले चीनी के सेवन से बचें. सोडा, फलों का रस, आइस्ड टी, और शक्करयुक्त मिठाइयां, ये सभी डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकते हैं. एक अध्ययन में पाया गया कि यदि प्रतिदिन अधिक मात्रा में शक्कर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन किया जाए, तो डायबिटीज की घटनाओं में 32% की वृद्धि होती है.
एल्कोहल की मात्रा कम करें
शराब के अधिक सेवन से न केवल डायबिटीज के लिए शरीर को खतरा होता है, बल्कि हृदय रोग भी होने की संभावना होती है.
तनाव को करें कम
तनाव इंसुलिन रेस्सिटेंस का कारण बन सकता है, जिससे डायबिटीज हो सकता है. हेल्दी आहार से भी तनाव को कम किया जा सकता है. हेल्दी आहार चिंता, अवसाद, मिजाज और तनाव को दूर कर सकते हैं.
कोल्ड ड्रिंक्स से दूरी बनाए
अगर आप डायबिटिक हैं तो आपको कोल्ड ड्रिंक्स से दूर रहना चाहिए. इसके बजाय नींबू पानी, नारियल पानी और सब्जियों का जूस जैसी हेल्दी ड्रिंक्स पी सकते हैं. इससे आप हाइड्रेट रहेंगे और आपका ब्लड शुगर लेवल भी कंट्रोल रहेगा.
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