केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बुधवार को संसद की सुरक्षा में हुई चूक संबंधी घटना की निंदा करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि इस तरह की घटना कभी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने इस मामले में कार्रवाई की मांग की है।विजयन ने यहां एक प्रेस वार्ता में कहा कि सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने घटना के संबंध में कथित सुरक्षा विफलता की ओर इशारा किया है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस मामले पर गंभीरता से विचार करना चाहिए और उसके अनुसार कार्रवाई करनी चाहिए।घटना पर पत्रकारों के सवालों के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा, ”संसद में जो हुआ, वह वास्तव में निंदनीय है। ऐसी चीजें कभी नहीं होनी चाहिए।”दिल्ली पुलिस के मुताबिक, बुधवार को संसद की सुरक्षा में हुई चूक की घटना की कथित तौर पर छह लोगों ने साजिश रची थी, जिनमें से पांच को पकड़ लिया गया है।
संसद पर 2001 को हुए आतंकी हमले की बरसी के दिन बुधवार को सुरक्षा में सेंधमारी की बड़ी घटना उस वक्त सामने आई जब लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग- सागर शर्मा और मनोरंजन डी सदन के भीतर कूद गए, नारेबाजी की और ‘केन’ के जरिये धुआं फैलाया। इस बीच कुछ सांसदों ने दोनों को पकड़ लिया।इस घटना के कुछ देर बाद ही लाल और पीले रंग का धुआं छोड़ने वाली ‘केन’ लेकर संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने वाले दो अन्य आरोपियों अमोल शिंदे (25) और नीलम (42) को पुलिस ने पकड़ लिया। दोनों संसद के बाहर “तानाशाही नहीं चलेगी” के नारे लगा रहे थे।