दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके पंजाब के समकक्ष भगवंत मान ने सोमवार को यहां जेल में बंद आम आदमी पार्टी (आप) विधायक चैतर वसावा से मुलाकात की और दावा किया कि सत्तारूढ़ भाजपा का “अत्याचार और तानाशाही” सारी हदों को पार कर गयी है।
गुजरात के भरूच जिले के आदिवासी बहुल नेतरंग इलाके में रविवार को आप नेता केजरीवाल और मान ने वसावा के समर्थन में एक रैली को संबोधित किया। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि वसावा अगले कुछ महीनों में होने वाले आम चुनाव में भरूच लोकसभा सीट से आप के उम्मीदवार होंगे।
वसावा वर्तमान में नर्मदा जिले के डेडियापाड़ा से विधायक हैं। भरूच लोकसभा सीट वर्तमान में भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनसुख वसावा के पास है।चैतर वसावा को 14 दिसंबर, 2023 को नर्मदा जिले में स्थानीय आदिवासियों द्वारा वन भूमि पर खेती से संबंधित एक मुद्दे को सुलझाने की कोशिश करते समय वन अधिकारियों को धमकी देने और हवा में गोली चलाने के मामले में गिरफ्तार किया गया था।मामले में उनकी पत्नी शकुंतलाबेन को भी गिरफ्तार किया गया था।
केजरीवाल और अन्य आप नेताओं ने राजपीपला जिला जेल में विधायक से मुलाकात की।बाद में संवाददाताओं से केजरीवाल ने कहा, “हम चैतर वसावा और शकुंतलाबेन से मिले…वे ठीक हैं, स्वस्थ हैं, उनका हौसला बुलंद है और वे लड़ेंगे और संघर्ष करेंगे। आखिरकार हमें भाजपा को गुजरात से उखाड़ फेंकना है और ये काम जनता करेगी क्योंकि इनका अत्याचार और तानाशाही का घड़ा भर चुका है।
“दिल्ली के मुख्यमंत्री ने दावा किया कि विधायक को जेल में डाल दिया गया क्योंकि उन्होंने जनता को प्रभावित करने वाले मुद्दे उठाए। उन्होंने कहा कि विधायक और उनकी पत्नी की गिरफ्तारी से गुजरात के आदिवासी समुदाय में गुस्सा है।उन्होंने कहा कि आदिवासियों ने रविवार को (भरूच में) रैली में अपना गुस्सा जाहिर किया।
मान ने कहा कि भाजपा जिस तरह से जनता के लिए लड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई करती है, वह पूरे देश के लिए एक चुनौती है।उन्होंने दावा किया, “जो भी जनता के लिए काम करता है और लोकप्रिय है, उसे ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल करके फर्जी मामलों के आधार पर जेल में डाल दिया जाता है।”उन्होंने कहा कि यह तानाशाही है और लंबे समय तक नहीं चलेगी। चैतर वसावा एक लोकप्रिय नेता हैं जिन्होंने जनता के लिए लड़ाई लड़ी है।