कर्नाटक के एससी, ओबीसी को प्रतिगामी दलों के गठजोड़ पर गौर करना चाहिए: चिदंबरम

कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल-सेक्युलर (जद-एस) के गठबंधन पर कटाक्ष करते हुए शनिवार को कहा कि कर्नाटक के अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) एवं अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के सदस्यों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं को ‘‘रूढ़िवादी, प्रतिगामी और महिला विरोधी दलों’’ के इस गठजोड़ पर गौर करना चाहिए।

 

पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी की गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के साथ बैठक के बाद जद(एस) ने 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा के साथ गठबंधन करने का फैसला किया।

 

चिदंबरम ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘लंबे समय से जिस बात का संदेह था, वह रहस्य सामने आ गया है। भाजपा ने राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) में जद (एस) का स्वागत किया है।उन्होंने कहा, ‘‘कर्नाटक के एससी, एसटी, ओबीसी, अल्पसंख्यकों और महिलाओं को रूढ़िवादी, प्रतिगामी और महिला द्वेषी उन दलों के बीच गठबंधन पर गौर करना चाहिए जो पुरानी व्यवस्था को बनाए रखना चाहते हैं।’’

 

जद (एस) के राजग में शामिल होने पर कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा था कि कर्नाटक में ‘‘भाजपा की बी-टीम’’ गठबंधन का आधिकारिक रूप से हिस्सा बन गई है।भारतीय जनता पार्टी की कर्नाटक इकाई ने जनता दल (एस) के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शमिल होने की सराहना की और कहा कि इससे 2024 के लोकसभा चुनाव में भगवा पार्टी की संभावनाएं और मजबूत होंगी।