तीन दिवसीय बलिया महोत्सव के पहले दिन मशहूर सूफी गायक कैलाश खेर ने सुरों से ऐसा शमां बांधा कि पुलिस लाइन के परेड ग्राउंड में मौजूद हजारों लोग थिरकने लगे। इसके पहले प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही व परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने दीप प्रज्वलित कर कैलाश खेर के कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की।
बलिया महोत्सव में कैलाश खेर ने अपने सुरों के जरिए प्रथम स्वातंत्र्य वीर मंगल पांडेय को याद किया। कैलाश खेर ने पहले तो कहा कि जैसे ही मुझे यहां आने की जानकारी मिली, मैं उत्साह से भर गया। क्योंकि मुझे मंगल पांडेय की मिट्टी में आना था। खेर ने अपने मशहूर गीत मंगल मंगल…. को जैसे ही गुनगुना शुरू किया, माहौल जोश से भर गया।
कैलाश खेर ने सभी आयु वर्ग के लोगों को झकझोरा। ‘मैं तो तेरे प्यार में दीवाना हो गया…’ और सैंया आओ जी…’ के जरिए युवाओं को झूमने पर मजबूर किया। वहीं, ‘अल्ला के बंदे…’ व ‘क्या कभी धरती से सूर्य बिछड़ता है…’ और ‘दौलत शोहरत क्या करना… तेरे प्यार का सहारा काफी है’ गाकर बलिया की सुरमयी शाम को खुशनुमा बना दिया।
कैलाश खेर के आह्वान पर कुछ युवतियां मंच पर चढ़कर थिरकने लगीं। कैलाश ने आखिर में ‘अगड़ बम बम…’ गाया तो सभी शिव की भक्ति में डूब गए। दर्शकों ने कैलाश खेर की मांग पर मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाकर उनका साथ दिया। इस दौरान मंत्री दयाशंकर सिंह व डीएम रवींद्र कुमार भी मोबाइल का फ्लैश लाइट जलाते दिखे।