राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को कहा कि राज्य की मौजूदा सरकार ने राज्यपाल के अभिभाषण के जरिये पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर मिथ्या आरोप लगवाए हैं जो उचित नहीं है।गहलोत ने कहा कि इससे नई सरकार की सोच जनता के सामने आ गई है। उल्लेखनीय है कि राज्यपाल कलराज मिश्र ने शुक्रवार को विधानसभा में अभिभाषण दिया।
मिश्र ने अपने अभिभाषण में गहलोत के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती राज्य सरकार की योजनाओं को लेकर कहा, ”हमारी सरकार का यह नीतिगत निर्णय है कि विगत सरकार द्वारा संचालित जन कल्याण की योजनाओं को बंद नहीं किया जायेगा, लेकिन चुनावी वैतरणी पार करने के उद्देश्य से पूर्ववर्ती राज्य सरकार द्वारा अपने कार्यकाल के आखिरी समय में, बिना बजटीय प्रावधानों के, आनन-फानन में घोषित की गई
इन तथाकथित कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा अवश्य की जायेगी।”इसके बाद गहलोत ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की योजनाएं ऐसी रहीं जिनकी चर्चा और सराहना प्रदेश ही नहीं पूरे देश में हुई। आमजन और कई विशेषज्ञों का तो यह मत है कि इन योजनाओं को पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए।
नई सरकार का कर्तव्य है कि इन योजनाओं का और बेहतर ढंग से जनता को लाभ पहुंचाए और राज्यपाल महोदय के अभिभाषण के माध्यम से अपनी दृष्टि जनता के सामने रखे।”उन्होंने लिखा, ”ऐसा करने के बजाय सरकार ने राज्यपाल महोदय से अभिभाषण में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर मिथ्यारोप पढ़वा दिए। यह उचित नहीं है। ऐसे कृत्य जनता के सामने इस नई सरकार की सोच को उजागर कर रहे हैं।”