इसराइल और हमास के बीच जारी जंग ने 29 हजार से ज्यादा गाजा के लोगों की जान ले ली है. गाजा की हालात बद से बदतर हो गई है. हजारों परिवार विस्थापित हो गए हैं. इसी बीच इसराइली सैनिकों ने सीरिया की राजधानी दमिश्क के कफ्र सूसा जिले को निशाना बनाया है. इसराली सैनिकों के द्वारा किए गए मिसाइल हमले में कई आवासीय इमारतें धाराशायी हो गई हैं. इस हमले की तस्दीक सीरियाई राज्य मीडिया ने की है.
दरअसल, सिरिया के इस जिले को बड़ी इमारतें, स्कूलों और ईरानी सांस्कृतियों का केंद्र माना जाता है. बताया जा रहा है कि इसराइली सैनिकों ने यह हमला सीरियाई सुरक्षा एजेंसियों के कैंपस के पास किए हैं. इससे पहले भी फरवरी 2023 में एक इसराइली सैनिकों ने इस जिले को निशाना बनाया गया था, जिसमें ईरानी सैन्य विशेषज्ञ की मारे जाने की पुष्टि हुई थी.
सीरियाई राज्य समाचार एजेंसी सना ने कहा कि “इसराइली हमले” ने आवासीय इमारत को निशाना बनाया था, लेकिन इस हमले किसी की मरने की खबर नहीं हैं. हालांकि, इस हमले में बहुमंजिला इमारतों को काफी नुककसान हुआ है.वहीं, प्रत्यक्षदर्शियों ने रॉयटर्स को बताया कि एक के बाद एक कई विस्फोटों को सुना.
इस हमले के बाद अब इसराइली सेना की तरफ से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं आई है. सीरिया के करीब 12 साल के संघर्ष के दौरान ईरानी राष्ट्रपति बशर अल-असद का प्रमुख समर्थक रहा है. दमिश्क और लेबनानी ग्रुप हिजबुल्लाह की सैन्य शक्ति को कमजोर करने के लिए इसराइल ने नियमित रूप से हवाई हमले किए हैं.
इसराइल-हमास के बीच चार महीने से ज्यादा वक्त से जंग जारी है. यह जंग दक्षिणी इसराइल पर हमास के अचानक आक्रमण के साथ शुरू हुई थी.जिसमें करीब 1,200 इसराइली मारे गए थे और 250 से ज्यादा लोगों को हमास ने बंधक बना लिया गया था. गाजा हेल्थ मिनिस्टरी के मुताबिक, तब से लेकर इसराइल के जावबी सैन्य हमले में 29,000 से ज्यादा फलस्तीनी मारे जा चुके हैं और हजारों परिवार को विस्थापित होना पड़ा है.