हाई यूरिक एसिड में पनीर का सेवन करना फायदे है या नुकसान

अनियमित खान-पान और खराब जीवनशैली के कारण शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने का खतरा रहता है। इससे जोड़ों में दर्द, हड्डियों से जुड़ी समस्याएं और गठिया आदि होने का खतरा रहता है। कुछ चीजों का सेवन करने से यूरिक एसिड की समस्या बढ़ सकती है।पनीर और दूध से बने उत्पाद जिनमें प्रोटीन की अधिक मात्रा होती है, उनका सेवन करने से हाई यूरिक एसिड में परेशानी और बढ़ जाती है। पनीर खाने से शरीर को पोषण मिलता है, लेकिन यूरिक एसिड की समस्या में इसका सेवन खतरनाक हो सकता है। आइए इस लेख में विस्तार से समझते हैं, हाई यूरिक एसिड में पनीर खाने के फायदे और नुकसान।

हाई यूरिक एसिड में पनीर खाने के फायदे-नुकसान- 
यूरिक एसिड हमारे खून में मौजूद एक केमिकल है जो खाद्य पदार्थों के सेवन के बाद निर्मित होता है। शरीर में इसका निर्माण प्यूरीन मटर, पालक, मशरूम, सेम, चिकन आदि खाने से होता है। नोएडा स्थित आरोग्यं हेल्थ सेंटर के क्लीनिकल डाइटिशियन डॉ वीडी त्रिपाठी कहते हैं, “पनीर वैसे तो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है, लेकिन इसका अधिक मात्रा में सेवन नुकसानदायक भी हो सकता है। पनीर में मौजूद प्रोटीन की अधिक मात्रा यूरिक एसिड बढ़ा सकती है।”

हाई यूरिक एसिड में पनीर खाने के नुकसान
यूरिक एसिड बढ़ने की स्थिति को हाइपरयूरिसेमिया कहा जाता है। यह गठिया (गाउट) जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। हाई यूरिक एसिड की समस्या में पनीर खाने से इस तरह के नुकसान पहुंच सकते हैं-

1. प्यूरिन की मात्रा: पनीर में प्यूरिन की मात्रा कम होती है, लेकिन अन्य प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों की तुलना में यह मध्यम मात्रा में होती है। प्यूरिन के टूटने से यूरिक एसिड बनता है, जो उच्च यूरिक एसिड स्तर वालों के लिए हानिकारक हो सकता है।

2. प्रोटीन का उच्च स्तर: पनीर में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है, जो कुछ मामलों में यूरिक एसिड स्तर को बढ़ा सकता है। उच्च प्रोटीन आहार यूरिक एसिड उत्पादन को बढ़ा सकते हैं।

3. वसा का उच्च स्तर: पनीर में संतृप्त वसा की उच्च मात्रा हो सकती है, जो यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ाने में सहायक हो सकती है। संतृप्त वसा का अधिक सेवन गठिया के लक्षणों को बढ़ा सकता है।

हाई यूरिक एसिड में ध्यान रखें ये बातें
अगर आपका यूरिक एसिड बहुत हाई है, तो पनीर का सेवन करते समय इन बातों का ध्यान रखें-

अगर आपका यूरिक एसिड बहुत हाई है, तो पनीर का सेवन करते समय इन बातों का ध्यान रखें-

  • मॉडरेशन: पनीर का सेवन सीमित मात्रा में करें। अधिक मात्रा में पनीर खाने से यूरिक एसिड स्तर बढ़ सकता है।
  • लो-फैट पनीर: लो-फैट या स्किम्ड मिल्क से बने पनीर का सेवन करें। यह फैट की मात्रा को कम करता है और यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल करने में मदद करता है।
  • दूसरे प्रोटीन सोर्स: पनीर की जगह अन्य प्रोटीन स्रोतों जैसे कि दालें, बीन्स, और नट्स का सेवन करें, जिसमें प्यूरिन की मात्रा कम होती है।
  • हाइड्रेशन: पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। यह यूरिक एसिड को किडनी के माध्यम से निकालने में मदद करता है और यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित रखता है।

पनीर प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। लेकिन हाई यूरिक एसिड जैसी समस्या में इसका सेवन हानिकारक हो सकता है। इसलिए हाई यूरिक एसिड की समस्या होने पर पनीर की जगह अन्य चीजों का सेवन करना चाहिए। शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने पर आपको अपने आहार और जीवनशैली में सुधार करना चाहिए। शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने पर प्यूरीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए।

यह भी पढ़ें:

गर्मियों के मौसम सत्तू के सेवन के ढेरों है फायदे, जानिए