कई घरों में अक्सर नाश्ते में ब्रेड या ब्रेड से बनी कोई भी रेसिपी खाई जाती है. ये सब सुबह कम समय होने के कारण होता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि रोजाना नाश्ते में ब्रेड खाना फायदेमंद है या नहीं? क्या ऐसा संभव है कि रोजाना ब्रेड खाने से आपके शरीर में शुगर लेवल बढ़ जाएगा या आप मोटापे का शिकार हो जाएंगे? इन सभी कारणों से, हमने एक आहार एक्सपर्ट से इसके बारे में पूछा। मुख्य आहार एक्सपर्ट , पोषण एक्सपर्ट डेलनाज़ चंदुवाडिया के अनुसार, ब्रेड एक उच्च प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ है जो बहुत सारे परिष्कृत गेहूं के आटे, प्रसंस्कृत वसा, इमल्सीफायर, स्टेबलाइजर्स, नमक आदि से बना होता है। इसे कभी-कभार खाना ठीक है लेकिन इसे रोजाना खाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। . हालांकि, अगर आप ब्रेड के कुछ हेल्दी विकल्प चुनें तो इसके नुकसान को कम किया जा सकता है।
नाश्ते में रोज ब्रेड खाने के नुकसान-
1. वजन बढ़ सकता है- रोजाना नाश्ते में ब्रेड खाने से आपका वजन बढ़ सकता है। इसमें कार्ब्स, नमक, परिष्कृत चीनी के साथ कई अन्य फूड एजेंट्स की मात्रा ज्यादा होती है, जो कि आपका वजन बढ़ा सकता है। साथ ही ये जल्दी पच सकता है जिससे आपको दिन भर बार-बार भूख और क्रेविंग महसूस होती रहेगी। इससे आपका वेट लॉस का प्रोसेस असंतुलित हो सकता है जिससे आपका वजन तेजी से बढ़ भी सकता है। इसलिए अगर आप वेट लॉस कर रहे हैं या वजन घटाना चाहते हैं तो हमेशाप्रोटीन से भरपूर नाश्ता खाएं। जिसमें पनीर, अंडे और ओट्स आदि शामिल हो।
2. ब्लड शुगर बढ़ा सकता है- सुबह-सुबह किसी को उन चीजों को खाने से बचना चाहिए जो कि आपके ब्लड शुगर लेवल में अचानक से बढ़ोतरी करे। जैसे कि ब्रेड। ब्रेड थाने से ये जल्दी से पचकर बॉडी के ब्लड शुगर में अचानक से बढ़ोतरी करता है, जो कि आपको डायबिटीज का मरीज बना सकता है। दरअसल, ब्रेड हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला है जो कि खून में जा कर तेजी से शुगर की मात्रा बढ़ता है। साथ ही ये सिंपल कार्ब्स से भरपूर है जो कि जल्दी पच जाता है। इसलिए भी ये डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद नहीं। इसलिए कोशिश करें सुबर हाई फाइबस से भरपूर फूड्स खाएं, जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स लो हो और वो ब्लड शुगर लेवल को संतुलित रखने में मदद करे।
3. कब्ज की समस्या- नाश्ते में ब्रेड खाने से आपको कब्ज की समस्या हो सकती है। दरअसल, ब्रेड में पर्याप्त फाइबर नहीं है जो कि आपका पाचन तंत्र को थोड़ा खराब करता है। ये आपके मेटाबोलिज्म की स्पीड को स्लो कर देता है और आपके आप अंत में बैठ कर और कब्ज का कारण बनता है। इसलिए रोजाना ब्रेड खाने से बचें। इसकी जगह आपको नाश्ते में प्रोबायोटिक फूड्स को खाना चाहिए जो कि पेट में गुड बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देते हैं और मेटाबोलिज्म को तेज करके पुरानी कब्ज की समस्या से भी छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं।
4. गैस का कारण- कुछ लोगों को नाश्ते में ब्रेड खाने से दिन भर गैस की समया रहती है। दरअसल, ये उन लोगों को ज्यादा होती है जिन्हें ब्रेड से ब्लॉटिंग की समस्या होती है। दरअसल, कुछ लोगों का पेट ब्रेड को सही से पचा नहीं पाता और इस वजह से दिन भर आपको सीने में जलन और गैस की समस्या महसूस होती है।
5. नींद और आलस- नाश्ते में ब्रेड खाने से कई लोगों को सुबह से ही नींद और आलस महसूस होती है। दरअसल, नाश्ते में ब्रेड या इसकी कोई रेसिपी ज्यादा खा लेने से आपका पेट भारी हो जाता है और आपको सुबह से ही नींद और आलस महसूस होने लगात है। इसके कारण आपको फूड भी प्रभावित होता है और एनर्जेटिक और रिप्रेशिंग महसूस नहीं कर पाते।
तो, क्या नाश्ते में ब्रेड ना खाएं?
नहीं, ऐसा बिलकुल भी नहीं है कि आप नाश्ते में ब्रेड खाना बंद कर दें। पर आप ब्रेड के प्रकार और हेल्दी विकल्पों को चुन सकते हैं। जैसे कि आप नाश्ते में ब्राउन ब्रेड खा सकते हैं। इसके अलावा आप अंडे, ओट्स, दलिया, रोटी सब्जी, डोसा, इडली और उपमा आदि खा सकते हैं।
कोशिश करें नाश्ते में प्रोटीन युक्त चीजों का ज्यादा सेवन करें ताकि आपके दिन को ये एक एमर्जेटिक शुरआत दे और आप दिन भर चुस्त-दुरुस्त रहें। साथ ही इससे आपका पेट भी लंबे समय तक भरा रहेगा और आपको दिन भर बेमतलब की भूख और क्रेविंग भी नहीं लगेगी।
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