उत्तर भारत के कई शहरों में टेम्प्रेचर 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है. अभी मानसून आने में भी बहुत समय है. ऐसे में गर्मी से छुटकारा मिलने की संभावना अभी बहुत कम है. भीषण गर्मी के कारण कई जगहों पर AC फटने की घटना सामने आई हैं.
बहुत से लोग समझते हैं कि AC में ब्लास्ट की वजह खतरनाक गर्मी है, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. एयर कंडीशनर का कंप्रेसर फटने की एक वजह धूल-मिट्टी भी है. यहां हम आपको बताएंगे कि धूल-मिट्टी की वजह से आखिर एयर कंडीशनर का कंप्रेसर क्यों फटता है.
जानिए, धूल-मिट्टी से कैसे खराब होता है एयर कंडीशनर?
AC के अच्छे प्रदर्शन के लिए उसके कन्डेंसर के आसपास का टेम्प्रेचर कम होना चाहिए. इसके लिए आवश्यक है कि विंडो एसी का बाहर निकला हिस्सा और स्प्लिट एसी की बाहर वाली यूनिट को सीधी धूप से बचाया जाए. हालांकि इसके लिए उसे ऐसे नहीं ढकना चाहिए जिससे कन्डेंसर से निकलने वाली गर्मी का रास्ता बंद हो जाए.
आमतौर पर एसी के कन्डेंसर का टेम्प्रेचर 50 डिग्री सेल्सियस तक होता है. अगर उसकी गर्मी बाहर नहीं निकल पाएगी या उसके आसपास तापमान बढ़ जाएगा, तो न केवल एसी काम करना बंद कर देगा.बल्कि उसके फटने की सम्भावना बढ़ जाती है. यदि कन्डेंसर के कॉइल पर धूल या गंदगी जमा हो जाती है. तो गैस प्रवाह में प्रॉब्लम होती है. और कन्डेंसर गर्म होने लगता है. एसी की कूलिंग में कन्डेंसर कॉइल अहम हैं. यही हवा से गर्मी बाहर निकालते हैं. जब कॉइल गंदगी के चलते जाम हो जाता है तब गैस के सामान्य प्रवाह में समस्या होती है, इससे कंडेंसर ज्यादा गर्म होने लगता है और आग लगने का खतरा बढ़ जाता है.
कन्डेंसर से गैस लीक होने पर भी एसी से हादसे की आशंका रहती है. लगातार वोल्टेज के उतार-चढ़ाव से एसी के परफॉर्मेंस पर असर पड़ता है, जो हादसे का कारण बन सकता है. इसलिए एसी को सही तरीके से चलाने के लिए उसकी सही देखभाल जरूरी है.
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