ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने गुरुवार को समूह को व्यापक बनाने के ब्रिक्स सदस्यों के फैसले की सराहना की। उन्होंने इसे एक सराहनीय कदम बताया, जो न्याय के सिद्धांतों को बनाए रखते हुए विश्वव्यापी विकास को सुविधाजनक बनाएगा।
ईरानी राष्ट्रपति का कार्यालय की वेबसाइट पर प्रकाशित एक बयान के अनुसार, समूह द्वारा जोहान्सबर्ग में 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में ईरान, अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को नए सदस्य बनने के लिए आमंत्रित करने के बाद यह टिप्पणी आयी है।
ब्रिक्स पांच उभरती अर्थव्यवस्थाओं ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका का संक्षिप्त रूप है।
श्री रायसी ने विश्वास व्यक्त किया कि ब्रिक्स में ईरान को शामिल करने से एक ऐतिहासिक प्रभाव पैदा होगा, जो न्याय और नैतिकता के सिद्धांतों को आगे बढ़ाने और स्थायी वैश्विक शांति को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने जटिल वैश्विक परिदृश्य में योगदानकर्ताओं के रूप में वर्चस्ववादी महत्वाकांक्षाओं, अन्याय, असमानताओं और नैतिक संकटों के उदय को रेखांकित किया।
अकाल, जलवायु परिवर्तन और घटते ऊर्जा संसाधनों जैसे गंभीर मुद्दों से निपटने की तात्कालिकता पर प्रकाश डालते हुए, श्री रायसी ने साझा हितों के आधार पर एक न्यायपूर्ण प्रणाली स्थापित करने के लिए सहयोगात्मक पहल और एकता की आवश्यकता को रेखांकित किया।