मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने कांग्रेस द्वारा तेलंगाना की सत्ता में आने पर ‘इंदिरम्मा राज्यम’ (पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का शासन) वापस लाने संबंधी टिप्पणी को लेकर मंगलवार को विपक्षी पार्टी के नेताओं पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि पूर्व प्रधानमंत्री का शासन ‘मुठभेड़ों, गोलीबारी और हत्याओं’ से भरा हुआ था।तेलंगाना विधानसभा के लिए 30 नवंबर को होने वाले मतदान में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) उम्मीदवारों के पक्ष में यहां आयोजित अपनी 95वीं चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राव ने कहा कि अगर उनकी पार्टी फिर से सत्ता में आती है, तो शहर को अतिरिक्त नागरिक बुनियादी ढांचे के साथ विकसित किया जाएगा।
उन्होंने आश्वासन दिया कि अगर बीआरएस राज्य में सत्ता में आती है, तो वृद्धावस्था पेंशन मौजूदा 2,000 रुपये से बढ़ाकर 5,000 रुपये प्रति माह कर दी जाएगी।इंदिरा गांधी के शासन का संदर्भ देते हुए राव ने आरोप लगाया, ”आज कांग्रेस के लोग कह रहे हैं कि अगर वे जीते तो इंदिराम्मा राज्यम लाएंगे। इंदिराम्मा राज्यम कौन चाहता है? इंदिराम्मा राज्यम में क्या हुआ था? यदि यह इतना अच्छा होता, तो एनटीआर (आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एनटी रामाराव) को पार्टी क्यों बनानी पड़ती और दो रुपये प्रति किलोग्राम चावल की पेशकश क्यों करनी पड़ती। इंदिराम्मा राज्यम आपातकाल, मुठभेड़ों, गोलीबारी और हत्याओं से भरा था।”
उन्होंने आरोप लगाया कि 1969 में कांग्रेस शासन के दौरान तेलंगाना को अलग राज्य बनाने के आंदोलन के दौरान लगभग 400 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।मुख्यमंत्री ने दावा किया कि जहां तक प्रति व्यक्ति आय का सवाल है, आज तेलंगाना देश में शीर्ष स्थान पर है, यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गृह राज्य गुजरात से भी आगे है। उन्होंने कहा कि यहां एक विशाल टेक्सटाइल पार्क बन रहा है जो एक लाख लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करेगा।चंद्रशेखर राव ने कहा, ”चूंकि यह (वारंगल) तेलंगाना का दूसरा सबसे बड़ा शहर है, हम इस शहर में कई उद्योग लाएंगे।”