अमेरिका में एक प्रमुख भारतवंशी समूह ने इजराइल के लोगों के साथ एकजुटता दिखाते हुए कहा कि देश में बेगुनाह नागरिकों पर हमास के आतंकवादियों द्वारा किया गया हमला मानवता के विरुद्ध एक अपराध है।हमास के आतंकवादियों ने गाजा से शनिवार को इजराइल के खिलाफ एक के बाद एक ताबड़तोड़ हमले किए थे, जिसके जवाब में इजराइल ने युद्ध छेड़ दिया और अब तक 2300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
इजराइली अधिकारियों का कहना है कि इजराइल में 155 सैनिकों सहित 1200 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है जबकि फलस्तीन में मरने वालों की संख्या 950 हो गई है।’फॉउंडेशन फॉर इंडिया एंड इंडियन डायस्पोरा स्टडीज’ (एफआईआईडीएस) के निदेशक खांडेराव कांड ने कहा, ”हम इजराइल के लोगों के साथ एकजुटता से खड़े हैं और बिना किसी उकसावे के किए गए इन बर्बर हमलों की निंदा करते हैं।”
उन्होंने कहा, ”हमास और जिहादी आतंकियों का लक्ष्य इजराइल को नष्ट करना है और बेगुनाह लोगों पर ये हमले मानवता के विरुद्ध एक अपराध हैं।”एफआईआईडीएस ने हमास के हमलों की तुलना 11 सितंबर, 2001 को अमेरिका पर हुए हमले से की। उन्होंने कहा, ”यह इजराइल पर नौ-11 जैसा हमला है।”
कांड ने कहा, ”यह बेगुनाह नागरिकों पर बिना किसी उकसावे के किया गया बर्बर हमला है। विश्व को चाहिए कि वह इस्लामी जिहादी चरमपंथियों को इजराइल व शांति को नष्ट करने के उनके लक्ष्य में सफल न होने दे। हमें इजराइल के साथ खड़ा होना चाहिए और यी सुनिश्चित करना चाहिए कि अन्य इस्लामिक देश जिहादी आतंकवादियों की मदद न कर सकें।”
देशभर के भारतीय अमेरिकी इस संकट की घड़ी में इजराइल का समर्थन करने और उसके लोगों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए आगे आ रहे हैं।हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में एक भारतीय छात्र ने हमास की निंदा करने वाले कई राष्ट्रप्रमुखों द्वारा जारी एक संयुक्त बयान में शामिल नहीं होने के लिए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पर निशाना साधा।
हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ की मृणालिनी दर्सवाल ने कहा कि चरमपंथियों द्वारा द्वारा फैलाया जा रहा आतंकवाद भारत को बार-बार निशाना बनाता है, जो सभी स्तर पर इजराइल के साथ अधिक मजबूती के साथ खड़ा है।दर्सवाल ने कहा, ”हमास के खिलाफ संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर करने वाले और अपने अधिकारियों की रक्षा के लिए जंग छेड़ने वाले इजराइल के समर्थन में राष्ट्र प्रमुखों की सूची में ट्रूडो का नाम न पाकर मैं बिल्कुल भी हैरान नहीं हूं।”
दर्सवाल ने कहा कि संकट के इस समय में भारतीय इजराइल के साथ एकजुटता से खड़े हैं और इजराइली जमीन पर पूर्व नियोजित हमले कर बेगुनाहों की बेरहमी से हत्या करने के हमास के अपराध की निंदा करते हैं।हार्वर्ड की छात्रा ने कहा कि इजराइल के पास अपनी संप्रभुता, शांति और सीमाओं की रक्षा करने का पूरा अधिकार है।उन्होंने कहा, ”अब समय आ गया है कि हम आंतकवाद को आतंकवाद कहें और हमास के इन वीभत्स और क्रूर कृत्यों की कठोरतम शब्दों में निंदा करें।”