भारतीय मूल के एक अमेरिकी व्यक्ति को यहां की एक अदालत की ज्यूरी ने पोंजी घोटाले में अभिरोपित किया है। संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) टेक्सास में और पीड़ितों से सामने आने का आग्रह कर रहा है।
सिद्धार्थ जवाहर (36) को अदालत ने सजा सुनाए जाने तक जेल में रखने का आदेश दिया है। एफबीआई ने बुधवार को कहा कि वह जवाहर के घोटाले का शिकार हुए मियामी के पीड़ितों की तलाश कर रही है। जवाहर पर करोड़ों डॉलर की पोंजी योजना चलाने का आरोप है।
अभियोग के अनुसार जुलाई 2016 से दिसंबर 2023 तक जवाहर ने ‘स्विफ्टार्क निवेशकों’ से तीन करोड़ 50 लाख अमेरिकी डॉलर से अधिक राशि ली, लेकिन निवेश पर लगभग एक करोड़ अमेरिकी डॉलर खर्च किए।अभियोग में कहा गया है कि जवाहर ने नए निवेशकों से मिले धन का इस्तेमाल पुराने निवेशकों का धन चुकाने में किया, साथ ही वह धन अपनी शानो-शौकत पर खर्च करता था जिसमें निजी विमानों से यात्रा, लक्जरी होटल में रहना आदि शामिल है।
अभियोग में कहा गया है कि 2015 में जवाहर ने अधिकतर निवेशकों का धन ‘फिलिप मॉरिस पाकिस्तान’ (पीएमपी) में निवेश करना शुरू किया और इस प्रकार उसने 99 प्रतिशत निवेशकों का धन पीएमपी में लगाया। आरोपी ने निवेशकों को पीएमपी का मूल्य गिरने के बारे में भी जानकारी नहीं दी।