Rajkot: Indian players during a practice session ahead of the third Test match between India and England, at Saurashtra Cricket Association Stadium, in Rajkot, Tuesday, Feb. 13, 2024. (PTI Photo/Kunal Patil)(PTI02_13_2024_000138B)

निर्भीक इंग्लैंड के खिलाफ मध्यक्रम की कमजोरियों से पार पाना होगा भारत को

भारतीय टीम गुरुवार से जब यहां इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट के लिए उतरेगी तो उसे निडर और चतुराई भरा क्रिकेट खेलने के अलावा मध्यक्रम की कमजोरियों का भी समाधान ढूंढना होगा। इंग्लैंड ने हैदराबाद में श्रृंखला के पहले मैच में भारत को हराया लेकिन मेजबान टीम ने विशाखापत्तनम में दूसरे टेस्ट में वापसी करते हुए पांच मैच की श्रृंखला 1-1 से बराबर कर दी।

यशस्वी जायसवाल (321 रन) और जसप्रीत बुमराह (15 विकेट) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत की जीत सुनिश्चित की लेकिन मध्यक्रम टीम की चिंता का सबब बना हुआ है जहां योगदान देने की जिम्मेदारी अब युवा प्रतिभाओं पर है।आठ दिन के ब्रेक से पहले कप्तान रोहित शर्मा की बल्ले से खराब फॉर्म ने भारतीय बल्लेबाजी क्रम की चिंता बढ़ाई ही है। भारतीय टीम इस मैच में लोकेश राहुल के बिना उतरेगी जबकि विराट कोहली पूरी श्रृंखला से बाहर हो गए हैं। पिछले लगभग एक साल से रोहित ने बल्ले से आक्रामक रुख अपनाया है लेकिन बड़ी पारियां खेलने में नाकाम रहे हैं। मौजूदा स्थिति को देखते हुए टीम को अपने कप्तान से बड़ी पारी की उम्मीद होगी।

राहुल के अनुपलब्ध होने से मुंबई के बल्लेबाज सरफराज खान को टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण का मौका मिल सकता है। अगर ऐसा होता है तो घरेलू क्रिकेट में ढेरों रन बनाने वाले सरफराज एक टेस्ट खेल चुके रजत पाटीदार के साथ मध्यक्रम की जिम्मेदारी संभालेंगे।इंग्लैंड की टीम भारतीय मध्यक्रम की अनुभवहीनता से अच्छी तरह वाकिफ है। विरोधी टीम के मजबूत अध्ययन और आक्रामक खेल से इंग्लैंड की टीम वांछित नतीजे हासिल करने में सफल रही है।विकेटकीपर केएस भरत की बल्ले से लगातार नाकामी को देखते हुए भारत के उत्तर प्रदेश के 23 साल के ध्रुव जुरेल को मौका देने की संभावना बढ़ गई है। जुरेल आक्रामक बल्लेबाजी के लिए भी पहचाने जाते हैं।

जुरेल ने 15 प्रथम श्रेणी मैच में 46.47 की औसत से रन बनाए हैं और राजकोट की पिच के पूरी तरह से स्पिन के अनुकूल होने की संभावना नहीं है और ऐसे में उन्हें अगर पदार्पण का मौका मिलता है तो उनके लिए आसानी होगी।स्थानीय खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा अब भारतीय चयनकर्ताओं की योजनाओं का हिस्सा नहीं हैं लेकिन एक अन्य स्थानीय खिलाड़ी रविंद्र जडेजा से दर्शकों को काफी उम्मीदें होंगी। शुरुआती दो मैच में इंग्लैंड के स्पिनरों ने मेजबान टीम के स्पिनरों से बेहतर प्रदर्शन किया है।आंकड़े हालांकि कहानी का सिर्फ एक पक्ष बयां करते हैं और इस हिसाब से भारतीय स्पिनर (38.39 के औसत से विकेट) इंग्लैंड के स्पिनरों (33.90 के औसत से विकेट) से काफी पीछे नहीं हैं।

पिछली कुछ घरेलू श्रृंखलाओं में स्पिनरों का दबदबा देखने को मिला है लेकिन मौजूदा श्रृंखला में तेज गेंदबाज भी भूमिका निभा रहे हैं और बुमराह ने भारत के लिए शानदार प्रदर्शन किया है।पहले दो टेस्ट में बुमराह ने शानदार गेंदबाजी की और टीम के प्रतिष्ठित स्पिनरों को कुछ हद तक बचा लिया जो स्पिन की पूरी तरह से अनुकूल पिच की गैरमौजूदगी में काफी प्रभावी नजर नहीं आए हैं।राजकोट की पिच पारंपरिक रूप से बल्लेबाजी के अनुकूल होती है और भारत को बाएं हाथ के स्पिनरों कुलदीप यादव और अक्षर पटेल में से किसी एक को चुनना होगा। बेहतर बल्लेबाज होने के कारण अक्षर का पलड़ा हालांकि भारी है।

भारत के शीर्ष स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के नाम 499 विकेट दर्ज हैं और इस मैच के दौरान उनके 500 टेस्ट विकेट के एलीट क्लब में शामिल होने की पूरी उम्मीद है। इंग्लैंड को उसी तरह सही कदम उठाते रहने होंगे जैसे वे अब तक भारत दौरे पर उठाते रहे हैं।इंग्लैंड की टीम ब्रेक के दौरान अबु धाबी में समय बिताने के बाद वापस लौट चुकी है। टीम ने भारत दौरे की तैयारी अबु धाबी में ही की थी।भारतीय सरजमीं पर कदम रखने के बाद से स्पिनर टॉम हर्टले का आत्मविश्वास काफी बढ़ चुका है। उन्होंने अपनी सटीक लाइन और लेंथ से भारतीय बल्लेबाजों को काफी परेशान किया है और उनकी आक्रामक बल्लेबाजी टीम की मनसिकता के अनुकूल है।

जो रूट स्पिन गेंदबाजी का बोझ भी उठा रहे हैं लेकिन इंग्लैंड के पास अपने इस सबसे सीनियर बल्लेबाज से गेंदबाजी कराने के अलावा कोई विकल्प नहीं है क्योंकि जैक लीच घुटने की चोट के कारण श्रृंखला से बाहर हो गए हैं। टीम को हालांकि उनसे बल्लेबाजी में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी।ओली पोप ने हैदराबाद में शानदार पारी खेलकर इंग्लैंड की जीत की नींव रखी थी लेकिन दूसरे टेस्ट की दोनों पारियों में नाकाम रहे। जॉनी बेयरस्टो भी उम्मीद के मुताबिक नहीं खेल पाए हैं।

सौवां टेस्ट खेलने की दहलीज पर खड़े बने स्टोक्स ने 2016 के दौरे पर यहां एससीए स्टेडियम में 128 रन की पारी खेली थी। उन्होंने मौजूदा श्रृंखला में अपनी नेतृत्वक्षमता से प्रभावित किया है और तीसरे टेस्ट में भी उनसे साहसिक फैसले लेने की उम्मीद है।

टीम इस प्रकार है:

भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), जसप्रीत बुमराह, यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, रजत पाटीदार, सरफराज खान, ध्रुव जुरेल, केएस भरत, आर अश्विन, रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल, वाशिंगटन सुंदर, कुलदीप यादव, मोहम्मद सिराज, मुकेश कुमार, आकाश दीप और देवदत्त पडिक्कल।

इंग्लैंड: बेन स्टोक्स (कप्तान), रेहान अहमद, जेम्स एंडरसन, गस एटकिंसन, जॉनी बेयरस्टो, शोएब बशीर, डैन लॉरेंस, जैक क्राउली, बेन डकेट, बेन फोक्स, टॉम हार्टले, ओली पोप, ओली रॉबिन्सन, जो रूट और मार्क वुड।

समय: मैच सुबह साढ़े नौ बजे शुरू होगा।