अमेरिका-भारत रणनीतिक एवं साझेदारी मंच (यूएसआईएसपीएफ) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुकेश अघी ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच संबंध व्यापार से लेकर रक्षा तक सकारात्मक दिशा में आगे बढ़े हैं।एक दशक से भी अधिक समय से अमेरिका के साथ भारत के संबंधों में अहम भूमिका निभाने वाले अघी ने कहा कि दोनों देश इस बात पर सहमत हैं कि संबंध महत्वपूर्ण हैं।
उन्होंने कहा, ”हां, कनाडा में जो हुआ, न्यूयॉर्क शहर के दक्षिणी जिले में जो हुआ उसकी जांच करना महत्वपूर्ण है। लेकिन इससे दोनों देशों के बीच साझेदारी की गति नहीं रुकेगी।”उन्होंने कहा, ”भारत ने कहा है कि उसने जांच करने के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित की है क्योंकि (विदेशी जमीन पर लोगों की) हत्या करना नीति नहीं है। मुझे यकीन है कि वे इसे हल कर लेंगे।”
अघी ने कहा, ”कनाडा के मामले में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने संसद जाकर और घोषणा या आरोप लगाकर परिपक्वता की कमी दिखाई। मुझे लगता है कि अमेरिकियों ने जानकारी साझा करने, आम सहमति बनाने और इसे आगे ले जाने की कोशिश कर बेहतर काम किया है। इसलिए मुझे लगता है कि उन दो मुद्दों का अल्पकालिक और दीर्घकालिक समय में कोई असर नहीं पड़ेगा।”
वह ट्रुडो के उन आरोपों पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे कि एक सिख अलगाववादी की हत्या में भारत में संलिप्तता थी। अमेरिका ने भी आरोप लगाया है कि एक अमेरिकी नागरिक एवं सिख अलगाववादी की हत्या की साजिश में भारतीय शामिल थे।यूएसआईएसपीएफ के प्रमुख अघी ने कहा कि जब भूराजनीतिक क्वाड के परिप्रेक्ष्य से देखा जाता है तो दोनों देशों के बीच अधिक तालमेल है।
उन्होंने बुधवार को कहा, ”मुझे लगता है कि हर पहलू में हम (भारत-अमेरिका संबंध) सकारात्मक दिशा में आगे बढ़े हैं। आप व्यापार को देखें जो आगे बढ़ गया है। आप सैन्य अभ्यासों को देखें, हम और भी ज्यादा अभ्यास कर रहे हैं। हमने अमेरिका के साथ कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं खासकर रक्षा और अंतरिक्ष क्षेत्र में। हम अपने बंदरगाहों पर जहाजों की मरम्मत के लिए राजी हो गए हैं।”अघी ने कहा कि हाल में संपन्न विधानसभा चुनावों ने एक संदेश भेजा है कि भारत एक जीवंत लोकतंत्र है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अगले साल लोकसभा चुनावों में सत्ता में लौटेंगे।