विपक्षी दलों के इंडिया समूह ने रविवार को शक्ति प्रदर्शन करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा और उनको सीधे ललकारते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में देश बर्बाद हो गया है इसलिए इस बार विपक्ष एकजुट होकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सत्ता से बेदखल करेगा। इंडिया समूह के नेताओं ने यहां शिवाजी पार्क में आयोजित महारैली में भाजपा सरकार पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया और कहा कि वह मनमानी कर लोकतांत्रिक संस्थाओं को बर्बाद कर चुकी है और चुनावी पारदर्शिता से जुड़े सवालों का समाधान नहीं कर उसने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की चुनावी पारदर्शिता को भी ध्वस्त किया है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मणिपुर से मुंबई तक आयोजित भारत जोड़ो न्याय यात्रा के समापन पर आयोजित महारैली को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी नेता राहुल गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरद पवार, शिवसेना के उद्धव ठाकरे, डीएमके नेता तथा तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तथा राजद नेता तेजस्वी यादव, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला तथा महबूबा मुफ्ती, आम आदमी पार्टी के सौरव भारद्वाज सहित कई नेताओं ने संबोधित किया। कांग्रेस ने इस रैली में शामिल होने के लिए गठबंधन की सभी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया था। रैली में तृणमूल कांग्रेस की तरफ से कोई शामिल नहीं हुआ।
श्री खड़गे ने महारैली को संबोधित करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ताकत आरएसएस और मनुवाद है। उनके पास आरएसएस की शक्ति है। इसी विचारधारा से वह हमसब को कुचलना चाहते उनको ताकत रस से मिलती है और मनवाड़ से मिलती है और इस ताकत का उपयोग करके वह हम सबको कुचलकर देश के संवैधानिक ढांचे को ध्वस्त करना चाहते है।” उन्होंने कहा, “श्री मोदी देश में जहां भी जाते हैं वह जगह-जगह दो तिहाई बहुमत की बात करते हैं। संसद में 400 का आंकड़ा पार करने की बात करते हैं। सवाल है कि उन्हें यह सब क्यों चाहिए तो इसका जवाब है कि वह देश के संविधान को बदलना चाहते हैं। दलित और पिछड़ों के अधिकारों को कुचलना चाहते हैं।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने महारैली में आए लोगों से कहा कि श्री मोदी को दो तिहाई बहुमत देश से गरीबी मिटाने के लिए नहीं, दलित और आदिवासियों को उनके अधिकार देने के लिए नहीं बल्कि संविधान को बदलने के लिए चाहिए। उनका इरादा बाबा साहब अंबेडकर के दिये संविधान को बदलने का हैं इसलिए देश के संविधान और देश के लोकतंत्र को बचाने की हम सब की जिम्मेदारी है। श्री गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा उन्हें इसलिए करनी पड़ी क्योंकि मीडिया देश के अहम मुद्दों को नहीं उठा रहा है। बेरोजगारी, महंगाई, किसानों का मुद्दा तथा अग्निवीर का मुद्दा आज सबसे बड़े मुद्दे हैं, लेकिन ये सब मुद्दे आज मीडिया में नहीं दिखते। देश के युवाओं को मौका नहीं दिया जा रहा है जबकि देश के महज 22 पूंजीपतियों के पास इतना पैसा है जितना देश की 70 करोड़ आबादी के पास भी नहीं है।
उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर भी सवाल उठाए और कहा कि इसमें गड़बड़ी है और पूरा देश पूछ रहा है कि एवं से चुनाव ठीक नहीं है। उन्होंने कहा, “भाजपा श्री मोदी के बिना चुनाव नहीं जीत सकते हैं। उनका कहना था कि विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग से मिलने का समय मांगा और कहा कि जिससे वोट दिया है उसकी सुनिश्चितता के लिए पर्ची की गिनती होनी चाहिए लेकिन चुनाव आयोग विपक्षी दलों की इस बात को सुनने के लिए तैयार नहीं है।” श्री गांधी ने उद्योगपति मुकेश अंबानी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि एक हवाई अड्डा खोलने में सालों लग जाते हैं, लेकिन एक उद्योगपति के बेटे की शादी के लिए 10 दिन में हवाई अड्डा बनकर तैयार हो जाता है। छोटे उद्योग चीन का मुकाबला कर सकते हैं, लेकिन मोदी सरकार उन्हें ही खत्म कर रही है। चंद पूंजीपतियों को देश की संपत्ति लुटाई जा रही है। किसानों की कमाई इन्हीं पूंजीपतियों को दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि वह सिस्टम को समझते हैं। सालों तक सिस्टम के अंदर बैठकर के काम करते रहे है। उनसे कुछ नहीं छुप नहीं सकता है इसीलिए प्रधानमंत्री मोदी उनसे डरते हैं। दलित आदिवासियों पिछड़ों और कमजोरों के लिए मोदी सरकार के बजट में कुछ भी नहीं होता है। जो लोग सरकार चलाते हैं नीतियां बनाते हैं उनमें इन वर्गों से कोई नहीं आता है। श्री गांधी ने प्रधानमंत्री पर हमला किया और कहा कि वह ध्यान भटकाने का काम करते हैं और लोगों को गुमराह करने का प्रयास करते हैं।। देश की जो हालात है वह मैंने दक्षिण से उत्तर और पूरब से पश्चिम की यात्रा करने के दौरान देखी है। इन यात्राओं में वह लोगों से मिले हैं और उनकी पीड़ा को समझा है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने कहा कि आज देश के जो राजनीतिक हालात हैं और जिस तरह से भाजपा की सरकार मनमानी कर रही है उसके विरुद्ध इंडिया समूह की मिलकर लड़ने की सख्त जरूरत है और विपक्ष के सभी दलों को भाजपा सरकार की मनमानी के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने की आज आवश्यकता है।
श्री गांधी की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, “राहुल गांधी के नाम से भाजपा डरती है। आज, मैं यहां अलग-अलग विचार वाले लोग है और मैं आपको बता दूं कि यही असली ‘इंडिया’ है। चुनाव शुरू होने को है, जनता के पास संविधान का सबसे ताकतवर हथियार है। हिंदुस्तान के हालात में बदलाव लाने की जरुरत है। भाजपा ने जनता को झूठा आश्वासन देकर फंसाया है। हमें एक साथ मिलकर उसको सत्ता से दूर करना होगा।”
द्रमुक नेता तथा तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा, “मैं यहां अपने प्रिय भाई राहुल गांधी को अपनी शुभकामनाएं देने आया हूं। आपकी यात्रा आज मुंबई पहुंची है। यात्रा के दौरान उमड़े जनसैलाब ने भाजपा की नींद उड़ा दी है। हम सबको मिलकर जनता के लिए काम करना है क्योंकि हम इसीलिए। राजनीति में हैं। श्री गांधी ने देश की जनता की पीड़ा को समझने के लिए पूरे भारत का दौरा किया है। यह उस भारत को पुनर्स्थापित करने की यात्रा है जिसे भाजपा ने नष्ट कर दिया है।”
वादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव रैली में उपस्थित नहीं हुये, लेकिन उन्होंने श्री गांधी को पत्र लिखकर कहा, “मुंबई में आपकी भारत छोड़ो न्याय यात्रा का समापन हो रहा है। विरले ही लोग हैं जो ऐसी यात्रा कर सकते हैं। आपको दृढ़ संकल्प के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं। पूरी यात्रा के दौरान आपकी किसान, नौजवान, महिला, बुजुर्ग समेत समाज के हर वर्ग से मुलाकात हुई और आप उनकी समस्याओं से नजदीकी से रूबरू हुये। चुनाव घोषणा के बाद तैयारी चल रही है इसलिए कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पा रहा हूं।”
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री तथा नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारुख अब्दुल्ला ने कहा, “ये वो सरजमीं है, जिसने ऐसे नेता पैदा किए जिन्होंने अंग्रेजों को भगा दिया था। भारत गांवों में बसता है और राहुल गांधी ने उन लोगों को गले लगाया जिनमें देश बसता है, जिन्हें कोई गले नहीं लगाता।आज संविधान और देश की परंपरा को बचाने का वक्त आ गया है।पहली भारत जोड़ो यात्रा कन्याकुमारी से से कश्मीर तक की। उसे समय यात्रा की जब कश्मीर में बर्फबारी हो रही थी और कई सदस्यों ने अपने जीवन में कभी बर्फ नहीं देखी थी।”
उन्होंने ईवीएम पर भी सवाल उठाए और कहा, “हमारा भारत विविधता से भरा है। अब आपको अपने वोटों की रक्षा करनी है क्योंकि ईवीएम मशीन का फैसला सही नहीं है। अगर केंद्र में इंडिया समूह की सरकार बनती है तो एवं प्रणाली से वोटिंग की व्यवस्था को खत्म किया जाएगा। जब आप अपना वोट डालें, तो कागज़ की जाँच करें और अपना वोट सत्यापित करें। दुनिया की सबसे बड़े लोकतंत्र में निष्पक्ष मतदान जरूरी है।”
राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, “देश में जहां एक तरफ नफरत और झूठ फैलाया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ राहुल गांधी देश बचाने के लिए ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ कर रहे हैं। हम सभी एकजुट हैं ताकि उस सोच को हराया जा सके जो देश को बांट रही है। हम लोग डरने वाले नहीं हैं। हम जनता के लिए लड़ने वाले लोग हैं। लालू जी अभी भी नरेंद्र मोदी जी की दवाई करने को तैयार हैं।” उन्होंने कहा, “राहुल गांधी ने एक संदेश देने की कोशिश की है जो आज महत्वपूर्ण है। भारत के संविधान, भाईचारे को बचाने और नफरत को हराने के लिए उन्होंने ‘भारत जोड़ो न्याय’ की शुरु की और इसके लिए मैं श्री गांधी और कांग्रेस पार्टी को दिल से धन्यवाद देता हूं।”
वीबीए फॉर इंडिया के नेता प्रकाश आंबेडकर ने कहा, “मैं मोदी जी ने पूछना चाहता हूं फ्यूचर गेमिंग और होटल सर्विसेज कंपनी का 2021-22 का लाभ 215 करोड़ रुपए का है तो फिर इन कंपनियों ने 1360 करोड़ रुपए का इलेक्टोरल बॉन्ड कहां से खरीद लिया। श्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को इसका जवाब देना चाहिए।”शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, “भाजपा कहती है कि हमें 400 पार सीट चाहिए। वहीं भाजपा का एक सांसद कहता है कि हमें संविधान बदलने के लिए 400 सीटें चाहिए। हम जो लड़ाई लड़ रहे हैं, वो लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए है। तानाशाह कितना भी बड़ा हो, लेकिन जब देश की जनता एकजुट हो जाती है तो बड़े से बड़े तानाशाह का भी अंत हो जाता है।”
भाकपा (माले) के दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा, “बाबासाहेब आंबेडकर ने कहा था कि- सामाजिक, आर्थिक गैरबराबरी को मिटाने के लिए हमें वोट की ताकत का ठीक से इस्तेमाल करना होगा, ताकि देश के संविधान की रक्षा हो सके। पिछले 75 वर्षों में हमने आधुनिक लोकतांत्रिक हिंदुस्तान बनाने का जो संघर्ष किया है, उसे पूरा करना है।”आम आदमी पार्टी के सौरभ भारद्वाज ने कहा, “जब इंडिया समूह की बात होनी शुरू हुई तो लोग कहते थे- ये कभी एक साथ नहीं होंगे, लेकिन आप देख लीजिए- सब एक साथ हैं। हमें जीतने के लिए लड़ना पड़ेगा। इसलिए मैं कहना चाहता हूं- ‘लड़ेंगे तो जीतेंगे’।”