यूरिक एसिड की प्रॉब्लम से छुटकारा पाने के लिए आमतौर पर लोग दवाओं के साथ कुछ घरेलू, देसी और आयुर्वेदिक उपायों का भी हेल्प लेते हैं. हालांकि, ये सभी उपाय उतना असरदार नहीं होते जितना कि हमें उम्मीद होती है. लेकिन, आज हम आपको एक ऐसे आयुर्वेदिक नुस्खे के बारे में बता रहे हैं, जो यूरिक एसिड को शरीर से छानकर बाहर कर देगा. तो आइये जानते है विस्तार से..
हम बात कर रहे हैं तेजपत्ता की जिसको Bay Leaf भी कहते है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, भारतीय व्यंजनों का टेस्ट बढ़ाने के लिए हमेशा उपयोग की जाने वाली ये सूखी पत्तियां यूरिक एसिड को कम करने में एक प्रभावी उपाय साबित हो सकती हैं..
कितना फायदेमंद है तेजपत्ता
आयुर्वेद में यूरिक एसिड के लेवल को कम करने के लिए तेजपत्ता बहुत ही फायदेमंद माना जाता है, तेजपत्ता में मौजूद कंपाउंड यूरिक एसिड के प्रोडक्शन को कम करते हैं और शरीर से इसके एमिशन को बढ़ाने में मददगार साबित होते हैं.
वहीं तेजपत्ता में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण गाउट के लक्षणों को कम करने और दर्द से छुटकारा दिलाने में सहायता कर सकते हैं.
इतना ही नहीं तेजपत्ता ड्यूरेटिक के रूप में काम करता है यानी यह शरीर से एक्सट्रा लिक्विड को बाहर निकालने में सहायता करता है. ऐसे में यह यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में भी सहायता करता है.
कैसे करें इसका उपयोग?
इसके सेवन के लिए 2-3 तेजपत्ते 1-2 कप पानी में 10-15 मिनट तक उबालें और फिर इसे छानकर दिन में दो बार पीएं. या फिर आप 1-2 तेजपत्ते का पाउडर एक कप दही में मिलाकर खा सकते हैं. इसके अलावा खाना बनाते समय सूप या करी में 1-2 तेजपत्ते डालकर इसका उपयोग कर सकते हैं.
इन बातों का भी रखें ध्यान
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार गर्भवती महिलाएं या ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को तेजपत्ता का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए, इसके अलावा कोई स्वास्थ्य स्थिति जैसे किडनी की बीमारी हो तो तेजपत्ता का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करें.
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