अगर आप भी है मुहांसों से परेशान तो खानपान की इन चीजों से कर लें दोस्ती

ऐसा कहा जाता है की जो कुछ भी हम खाते है वही हमारे चेहरे पर दिखाई देता है। काफी हद तक ये सही है, आहार और त्‍वचा में सीधा संबंध होता है। त्वचा पर दिखाई देने वाले कील मुंहासे ये हमारे त्वचा के सबसे जिद्दी दुश्‍मन हैं। इनसे पीछा छुड़ाना है तो आपको अपना आहार सम्पूर्ण आहार में बदलना होगा मतलब सभी पोषक तत्व हमारे शरीर के लिए बेहद जरुरी है। कभी कभी इन मुंहासों का कारण शरीर में हार्मोनल इंबैलेंस भी होता है।

अगर आप स्वस्थ आहार ले रहे है तो आप इन दिक्कतों से दूर रह सकते है। हमारे प्रतिदिन की जीवनशैली, शारीरिक स्वास्थ्य में मुख्य भूमिका निभाता है ये आपकी त्वचा को भी प्रभावित करेगा। मीठे व्यंजनों का कम मात्रा में सेवन करना चाहिए, जंक फूड और ऑयली फूड से दूरी बनानी चाहिए। कुछ खाद्य पदार्थों के कारण रक्त में शुगर की मात्रा अधिक हो जाती हैं जो की शरीर में इंसुलिन हार्मोन को ट्रिगर करता है, जिसकी वजह से ब्लड में शुगर तेजी से बढ़ती है। इस कारण रक्त में एक्स्ट्रा इंसुलिन होने से करनी ऑइल ग्लैंड्स ज्यादा तेल का उत्पादन करती हैं, जिसकी वजह से हमारी त्वचा पर मुंहासे निकलने लगते है। जैसा कि हम सभी जानते है  सफेद फूड आइटम जैसे पास्ता, सफेद चावल, सफेद ब्रेड, चीनी इंसुलिन को ज्यादा मात्रा में रिलीज करता है। इसलिए आपको इस तरह के खाद्य पदार्थों से दूर रहने में ही भलाई है। आइए जानते है मुंहासों से दूर रहने के लिए हमें क्या करना चाहिए,

कद्दू के बीज

कद्दू के बीज में विटामिन ई और जिंक में उच्च मात्रा में पाए जाते हैं, जिनकी हमारी त्वचा को अधिक आवश्यकता होती है। इनके सेवन से मुंहासों को रोकने में मदद मिलती है। कद्दू के बीज ओमेगा 3 और ओमेगा युक्त फैटी एसिड का अच्छा स्रोत हैं।

ओमेगा-3 फैटी एसिड

कुछ फूड आइटम में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है। ये त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर खाना खाने से मुँहासे, एक्जिमा जैसी त्वचा संबंधी समस्याओं को रोकने के लिए फायदेमंद होता है। अखरोट, चिया बीज, सन बीज में  ओमेगा -3 फैटी एसिड की मात्रा पाई जाती है।

बादाम का सेवन

बादाम में प्रचुर मात्रा में विटामिन E पाया जाता है जो की बादाम और अखरोट आपकी त्वचा के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होते है। इनमे एंटीऑक्सीडेंट भी उच्च मात्रा में होते हैं साथ ही इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते है। मुंहासे की समस्या दूर करने में ये सहायक है।

डार्क वेजिटेबल का सेवन

हरी पत्तेदार सब्जियां इसके अलावा ब्रोकोली, केल, पालक, गोभी आदि में कई प्रकार के जरूरी पोषक तत्व पाए जाते है जैसे फोलेट, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फाइबर और विटामिन। ये सभी पोषक तत्व हमारे शरीर के लिए आवश्यक होते हैं। संतुलित आहार का असर आपकी त्‍वचा पर भी दिखाई देगा और कील मुंहासे भी आपसे दूर रहेंगे। इसके साथ अपने आप को हाइड्रेट रखना ना भूले।