कान के पीछे गांठ है तो इसे नजरअंदाज न करें, एक्सपर्ट से जानें इसे ठीक करने के 10 घरेलू उपाय

क्या आपने अपने कान के पीछे दर्द या उभरी हुई त्वचा देखी है? यदि हाँ तो यह एक गांठ हो सकती है। अगर समय रहते इसका इलाज किया जाए तो हम त्वचा की इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। यह भी एक गंभीर बीमारी है जिसे लोग अक्सर हल्के में लेते हैं। यह जरूरी नहीं है कि आपको हर गांठ में दर्द महसूस हो। कभी-कभी ये ऐसी जगह बन जाती है जहां आपको दर्द का एहसास नहीं होता. आज हम आपको बताएंगे कि कान के पीछे यह गांठ कैसे होती है और घरेलू उपचार की मदद से इसे कैसे ठीक किया जा सकता है।

कान के पीछे गांठ- गांठ को स‍िस्‍ट या लम्‍प के नाम से भी जाना जाता है। वैसे तो ये शरीर के क‍िसी भी ह‍िस्‍से में हो सकती है पर आज हम बात करेंगे कान के पीछे उभरी गांठ के बारे में। कुछ गांठे कैंसर का रूप भी ले लेती हैं इसल‍िये इन पर ध्‍यान देने की जरूरत है। कुछ लोगों को जन्‍म से ही गांठ होती है जो आगे चलकर ठीक हो जाती है वहीं कुछ गांठ संक्रमण के कारण भी होती हैं। इनमें पस जमने लगता है ज‍िससे आपको तेज़ दर्द हो सकता है। हर इंसान में इसके लक्षण अलग होते हैं। गांठ के बढ़ने का इंतजार न करें। अगर उसका साइज बढ़ जाये या लाल हो जाये तो डॉक्‍टर को द‍िखाना न भूलें। अगर आप डॉक्टर के पास जाएं तो वह दवा या इंजेक्शन से कान के पीछे की गांठ को ठीक कर सकता है। कई बार गांठ बढ़ने पर चीरा लगाने या सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है, इसलिए ज्यादा देर तक इंतजार न करें। गांठ को एंटीबायोटिक दवा या दर्द निवारक दवाओं से ठीक किया जा सकता है। लेजर से भी गांठ का इलाज किया जाता है। गांठें अधिकतर दो प्रकार की होती हैं। त्वचा के अंदर या त्वचा के बाहर. त्वचा के अंदर जो गांठ होती है उसे एपिडर्मॉइड सिस्ट भी कहा जाता है। यह छोटा और कठोर है. इसमें सूजन देखी जा सकती है.

कान के पीछे गांठ क्यों बन जाती है- हम कानों के पीछे की सफाई पर ध्यान नहीं देते। गंदगी के कारण उस स्थान पर गांठ भी बन सकती है। यह सबसे आम कारण है जिसके कारण मरीज़ क्लिनिक में आते हैं। इसके अलावा कई बार रोमछिद्रों के बंद होने के कारण भी मुंहासे गांठ का रूप ले लेते हैं। गले में सूजन या संक्रमण होने पर भी कान के पीछे सिस्ट बन जाती है। यह दाग भी छोड़ सकता है, इसलिए आपको सावधान रहना होगा कि इसे बहुत ज्यादा न छूएं।अगर कान के पीछे क‍िसी कारण से सूजन है तो वो भी आगे चलकर स‍िस्‍ट का रूप ले सकती है। कुछ रेयर केस में ये गांठ कैंसर का रूप भी ले सकती है इसल‍िये ऐसी कोई समस्‍या होने पर त्‍वचा रोग व‍िशेषज्ञ से संपर्क करें। बच्‍चों में भी ये समस्‍या हो सकती है। म‍िट्टी में खलने से बच्‍चों को पैरासाइट इंफेक्‍शन हो जाता है जिस पर ध्‍यान न देने पर वो एक स‍िस्‍ट के रूप में उभर आती है। डायब‍िटीज़ रोग‍ियों को भी कान के पीछे गांठ उभरने जैसी समस्‍या आ सकती है। इसके ल‍िये आप समय-समय पर शुगर जांच करवाते रहें।

क्‍या योग है कान की गांठ का इलाज- कुछ लोग मानते हैं स्‍क‍िन की समस्‍या के ल‍िये योग काम नहीं आता पर ऐसा नहीं है। अगर आपको अक्‍सर गांठ होने की समस्‍या है तो आप योग का सहारा ले सकते हैं। सूर्य नमस्‍कार से कान के पीछे बन रही गांठ से छुटकारा पाया जा सकता है। इससे शरीर में एनर्जी बनती है और गांठ ठीक होने में मदद म‍िलती है। दूसरा उपाय है अनुलोम-व‍िलोम। इससे शरीर में ऊर्जा का स्‍तर बढ़ता है और गांठ ठीक होने लगती है। तीसरा आसान योगासन है कपालभात‍ि। सांस को छोड़ते हुए पेट को अंदर लेने की क्र‍िया को 15 से 20 म‍िनट करने से भी गांठ में आराम‍ म‍िलता है।

कान के पीछे उभरी गांठ को घरेलू उपाय से ठीक करें 

    • 1. कान के पीछे होने वाली गांठ को ठीक करने के लिये आप कुछ घरेलू उपाय अपना सकते हैं ज‍िनमें से पहला हैअलसी के बीज का इस्‍तेमाल अलसी के बीज को गरम कर एक साफ कपड़े में पोटली बनाकर बांध लें। अब उसे गांठ वाले हि‍स्‍से पर रखें। कुछ द‍िन में गांठ ठीक हो जायेगी।
    • 2. एलोवेरा जैल स्‍किन के ल‍िये अच्‍छा माना जाता है। जहां गांठ है वहां एलोवेरा जैल लगाकर छोड़ दें। कुछ द‍िन में ही आपको आराम म‍िलेगा।
    • 3. हल्‍दी की तासीर गरम होती है। हल्‍दी में 2 बूंद पानी म‍िलाकर उसे कान के पीछे वाले प्रभाव‍ित ह‍िस्‍से में लगायें। हल्‍दी लगाकर रात भर छोड़ दें। सुबह तक गांठ में जमा पस न‍िकल जायेगा।
    • 4. पपीता कीटाणु मारने में असरदार माना जाता है। इसकी 1 स्‍लाइस न‍िकालकर कान के पीछे लगा लें। गांठ ठीक होने लगेगी।
    • 5. अगर लगातार आपके शरीर में गांठ बन रही है तो आप पानी ज्‍यादा प‍ियें। पानी पीने से जहरीले पदार्थ शरीर के बाहर न‍िकलते हैं। कई बार कम पानी पीने से भी गांठ बनने की समस्‍या हो सकती है इसलिये कोई भी मौसम हो आप 8 ग‍िलास पानी रोजाना जरूर प‍ियें।
    • 6. कान के पीछे पड़ी गांठ को ठीक करने के ल‍िये सेब का स‍िरका भी असरदार है। इसे सुबह खाली पेट पीने से फायेदा म‍िलेगा। आप चाहें तो इसे 1 कप गरम पानी के साथ म‍िलाकर भी पी सकते हैं।
    • 7.नार‍ियल के तेल में एंटीबैक्‍टीर‍ियल गुण होते हैं। आप इसमें 2 बूंद टी ट्री ऑयल म‍िलाकर गांठ पर लगायें इससे आपको दर्द में आराम म‍िलेगा और गांठ ठीक हो जायेगी।
    • 8. बेक‍िंग सोडा में पानी म‍िलाकर पेस्‍ट बनायें और उसे 20 म‍िनट के ल‍िये गांठ पर लगाकर छोड़ दें। बेक‍िंग सोडा में एंटीसेप्‍ट‍िक गुण होते हैं। इससे गांठ ठीक जाती है।
    • 9. तुलसी और नीम का पेस्‍ट गांठ पर लगाने से भी गांठ ठीक हो जाती है। इससे भी इंफेक्‍शन ठीक हो जाता है।नीम और तुलसी के पत्‍ते पीसकर पेस्‍ट बनाकर लगा लें।
    • 10. सेंधा नमक को गरम पानी में म‍िलाकर आधे घंटे के ल‍िये लगा लें। इससे दर्द में राहत म‍िलेगी।

    अगर स‍िस्‍ट या गांठ एक हफ्ते से ज्‍यादा समय के ल‍िये कान के पीछे बनी रहती है या तेज़ दर्द उठ रहा है तो इसे जल्‍द से जल्‍द डॉक्‍टर को द‍िखायें।

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