झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने ठिकाने के बारे में कोई जानकारी नहीं होने के बीच मंगलवार को रांची लौटे और कहा कि वह लोगों के दिल में रहते हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष सोरेन ने पार्टी विधायकों की एक बैठक की अध्यक्षता की।संवाददाताओं ने सोरेन से जब पूछा कि वह कहां थे, तो उन्होंने कहा, ”मैं आपके दिलों में रहता हूं।”
सोरेन यहां बापू वाटिका में मीडिया से बातचीत कर रहे थे, जहां वह महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देने गए थे।उन्होंने कहा, ”हम सभी राष्ट्रपिता के कदमों और विचारों का अनुसरण करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें गर्व है कि हमारे बीच ऐसे लोग पैदा हुए थे और हमें मार्गदर्शन दिया।”
सोरेन 27 जनवरी की रात को नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए थे। इसके बाद उनका अता-पता नहीं होने के दावे किये जा रहे थे, लेकिन वह सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात को रांची में अपने सरकारी आवास पर पहुंचे।उन्होंने अपने आवास पर विधायकों और मंत्रियों की बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी उपस्थित थीं।
झारखंड में झामुमो नीत सत्तारूढ़ गठबंधन के सभी विधायकों को राज्य की राजधानी से बाहर नहीं जाने और बैठक में शामिल होने को कहा गया था।बैठक मौजूदा राजनीतिक हालात पर रणनीतियों और बुधवार को मुख्यमंत्री से प्रवर्तन निदेशालय की संभावित पूछताछ के बारे में चर्चा के लिए बुलाई गई थी।
झामुमो के प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा, ”झारखंड के मुख्यमंत्री को जनता का आशीर्वाद प्राप्त है और उन्हें कोई नुकसान नहीं होगा। हम अत्याचारों का सामना करने के लिए रणनीति बना रहे हैं।”ईडी को भेजे एक ईमेल में सोरेन ने झारखंड में एक कथित भूमि सौदे से जुड़े धनशोधन मामले में अपना बयान 31 जनवरी को अपराह्न एक बजे अपने आवास पर दर्ज कराने पर सहमति जताई है।
इस बीच, ईडी के अधिकारी सोमवार को दक्षिण दिल्ली में झामुमो नेता सोरेन के शांति निकेतन स्थित आवास पर पहुंचे और वहां करीब 13 घंटे तक डेरा डाले रहे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।उन्होंने बताया कि ईडी ने वहां से 36 लाख रुपए, एक एसयूवी गाड़ी और कुछ दस्तावेज जब्त किए हैं।