मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ के “कमल” के साथ जाने की अटकलों के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने आज कहा कि उन्हें नहीं लगता कि श्री कमलनाथ पार्टी छोड़ेंगे।
राज्यसभा सांसद श्री सिंह ने यहां मीडिया के सवालों के जवाब में कहा कि श्री कमलनाथ जैसे व्यक्ति ने अपनी शुरूआत कांग्रेस के साथ की थी। वे श्रीमती इंदिरा गांधी के तीसरे पुत्र माने जाते थे। उन्होंने कांग्रेस का हमेशा साथ दिया। वे कांग्रेस के स्तंभ रहे। केंद्र सरकार में मंत्री रहे। संगठन में महामंत्री रहे। प्रदेश अध्यक्ष बने और फिर मुख्यमंत्री भी बने। सारे पद उन्हें मिले हैं। श्री सिंह ने कहा कि इसलिए उन्हें नहीं लगता कि वे कांग्रेस छोड़ेंगे।
श्री सिंह ने कहा कि जिस तरह “ईडी, आईटी और सीबीआई” का दबाव सब पर है, वो उन पर (श्री कमलनाथ पर) भी है। लेकिन श्री कमलनाथ का चरित्र दबाव में आने वाला नहीं रहा। इसी से जुड़े एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि श्री कमलनाथ कह चुके हैं कि “ज्वाइन नहीं किया और इस्तीफा नहीं दिया”। फिर और क्या खंडन चाहते हैं।इसके पहले कल श्री सिंह ने जबलपुर में कहा था कि उनकी स्वयं श्री कमलनाथ से बात हुयी है और वे कांग्रेस छोड़कर जाने वाले नहीं है।
इस बीच श्री कमलनाथ कल से दिल्ली में हैं। वे छिंदवाड़ा से भोपाल होते हुए शनिवार को अपरान्ह दिल्ली पहुंचे हैं। राजनैतिक गलियारों में अटकलें हैं कि श्री कमलनाथ अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो सकते हैं। श्री कमलनाथ के कट्टर समर्थक माने जाने वाले राज्य के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा की सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट चर्चा का विषय बनी है। उन्होंने “जय श्री राम” के नारे के साथ अपना फोटो पोस्ट किया है। इसमें वे लिखते हैं, “तेरे राम, मेरे राम, तुझमें भी राम, मुझमें भी राम, जय श्री राम।”