ल्यूकोरिया मैनेज कैसे मैनेज करें,जानिए क्यों होती है ये समस्या

व्हाइट डिस्चार्ज यानी ल्यूकोरिया की समस्या से लाखों महिलाएं परेशान हैं। हालांकि, शर्म और झिझक के कारण उनमें से ज्यादातर लोग न तो अपनी समस्या के बारे में खुलकर बात कर पाते हैं और न ही उसके इलाज पर ध्यान दे पाते हैं। हालाँकि हल्का सफ़ेद स्राव होना सामान्य है,लेकिन अगर इसके साथ खून आ रहा है या इसका रंग हरा या भूरा है तो आपको सावधान होने की जरूरत है। इसके साथ ही अगर व्हाइट डिस्चार्ज से तेज दुर्गंध आती है तो भी आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। अगर आप भी ल्यूकोरिया की समस्या से गुजर रहे हैं और इससे छुटकारा पाना चाहते हैं तो कुछ उपाय आपके काम आ सकते हैं।

ल्यूकोरिया रोग के कारण -ल्यूकोरिया के कई कारण हैं, जिनमें से सबसे पहला और कॉमन कारण है वजाइनल इंफेक्शन। यह फंगस या बैक्टीरिया के कारण होता है। आमतौर पर यह कैंडिडा अल्बिकन्स नामक फंगस बैक्टीरिया से होता है। कई बार यह बैक्टीरियल वेजिनोसिस के कारण भी होता है। इस स्थिति में वजाइनल बैक्टीरिया बैलेंस बिगड़ जाता है। हार्मोनल चेंज से भी यह समस्या बढ़ती है। क्योंकि एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन व्हाइट डिस्चार्ज को प्रभावित करते हैं।

ऐसे कंट्रोल करें ल्यूकोरिया को –
साफ सफाई और हेल्दी लाइफस्टाइल से आप ल्यूकोरिया और उससे जुड़ी परेशानियों को दूर कर सकते हैं।

1. लो सैचुरेटेड फैट वाली डाइट ल्यूकोरिया की परेशानी से काफी हद तक आराम दिला सकती है। इसी के साथ एनिमल प्रोटीन और प्रोसेस्ड फूड से भी दूरी बनाएं। अपनी डेली डाइट में दही को जरूर शामिल करें। इसमें मौजूद पोषक तत्व आपके लिए फायदेमंद रहेंगे।

2. अपनी डाइट से पॉलीअनसेचुरेटेड और ट्रांस फैट बिलकुल निकाल दें। खासतौर पर मेयोनीज, मार्जरीन, जंक फूड और स्नैक्स से दूरी बना लें। क्योंकि ये सभी ल्यूकोरिया को बढ़ाते हैं।

3. अधिकांश महिलाओं के दिन की शुरुआत चाय और कॉफी के साथ होती है। दिनभर काम की एनर्जी पाने के लिए भी वे बार-बार चाय या कॉफी पीती रहती हैं। अगर आप भी ऐसा ही करती हैं तो ये आपकी गलती है। क्योंकि कॉफी, चाय और शराब आदि से ल्यूकोरिया की समस्या ट्रिगर होती है। इनका सीमित सेवन ही करना चाहिए। इसकी जगह हमेशा हर्बल और ग्रीन टी पिएं।

4. ल्यूकोरिया की परेशानी को हमेशा के लिए खत्म करना चाहती हैं तो आपको सबसे पहले बेसिक हाइजीन पर ध्यान देना होगा। वजाइनल एरिया को हमेशा साफ और ड्राई रखें। दिन में कम से कम दो बार इसे साबुन से वॉश करें। कॉटन अंडरवियर पहनें और उन्हें नियमित रूप से बदलें। पैड या टैम्पोन का उपयोग करते समय, उन्हें हर 4-6 घंटे में बदलें।

5. अपनी पेल्विक हेल्थ पर पूरा ध्यान दें। कुछ योग इसमें आपके मददगार हो सकते हैं। नियमित रूप से उष्ट्रासन यानी कैमल पोज और पद्मासन यानी लोटस पोज करें। इससे आपको काफी राहत मिलेगी।

6. ल्यूकोरिया या फिर किसी भी और इंफेक्शन से बचाव के लिए यह जरूरी है कि आप हमेशा सेफ सेक्स करें। इससे इंफेक्शन होने का खतरा कम होता है।

यह भी पढ़ें:

ज्वाइंट्स से यूरिक एसिड को पेशाब के रास्ते से निकाल देगा इस छाल का काढ़ा, रोजाना ऐसे करें सेवन