बारिश के मौसम में लोग खाने पीने की आदतों में लापरवाही बरतने की वजह से जल्दी बीमार पड़ जाते हैं। बरसात के मौसम में गरिष्ठ भोजन, तले हुए चटपटे स्वाद वाले पदार्थों का सेवन करने से परहेज करना चाहिए। इस मौसम में डॉक्टर भी मरीजों को बाहर का खाना खाने से बचने की सलाह देते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि बाहर का खाना हमेशा फ्रेश नहीं होता। जिसकी वजह से इसे खाने वाले व्यक्ति को फूड पॉइजनिंग होने की आशंका काफी हद तक बढ़ जाती है। अगर कभी आप भी फूड पॉइजनिंग के शिकार हो जाएं तो वक्त रहते राहत पाने के लिए अपना लें ये 5 घरेलू उपाय।
नींबू: नींबू में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण मौजूद होने की वजह से इसका सेवन करने से फूड पॉइजनिंग वाले बैक्टीरिया मर जाते हैं। फूड पॉइजनिंग होने पर आप खाली पेट नींबू-पानी पी सकते हैं या फिर गर्म पानी में नींबू निचोड़कर पी लें।
सेब का सिरका: सेब के सिरके में शरीर के मेटाबालिज्म रेट को बढ़ाने वाले तत्व मौजूद होते हैं। खाली पेट इसका सेवन करने पर शरीर में मौजूद खराब बैक्टीरिया मर जाते हैं।
तुलसी: तुलसी में मौजूद कई औषधीय गुण सूक्ष्म जीवों से लड़ने में मदद करते हैं। फूड पॉइजनिंग होने पर आप एक कटोरी दही में तुलसी की कुछ पत्तियां, कालीमिर्च और थोड़ा सा नमक डालकर मिला लें। अब इस दही को खा लें। आपको आराम महसूस होगा।
दही का सेवन करें: दही एंटीबायोटिक होती है। इसका सेवन करने से व्यक्ति कई रोगों से दूर रहता है। फूड पॉइजनिंग होने पर इसमें थोड़ा सा काला नमक डालकर इसका सेवन करने से लाभ मिलेगा।
लहसुन खाएं: लहसुन में एंटी फंगल गुण मौजूद होने से यह आपकी सेहत के साथ आपके दिल का भी ख्याल रखता है। फूड पॉइजनिंग होने पर आप सुबह खाली पेट लहसुन की कुछ कच्ची कलियां पानी के साथ खा सकते हैं। ऐसा करने से आपको जल्द राहत मिलेगी।