मेघालय के उपमुख्यमंत्री प्रेस्टोन तिनसोंग ने कहा है कि प्रतिबंधित हाइनीवट्रेप नेशनल लिबरेशन काउंसिल (एचएनएलसी) के शीर्ष नेताओं को अपने वादे के मुताबिक शांति वार्ता के अगले दौर में भाग लेना चाहिए।
श्री तिनसोंग ने कहा, “इस बार हम वास्तव में निष्कर्ष पर पहुंचना चाहते हैं। इसलिए हमने एचएनएलसी के शीर्ष नेतृत्व से आने का अनुरोध किया है। हम आपको आश्वासन देते हैं कि यदि आप आना चाहते हैं, तो सुरक्षित मार्ग दिया जाएगा। कहीं भी बात करने को तैयार हूं,
चाहे वह कोलकाता हो या कोई और जगह। केंद्र और राज्य दोनों सरकारें शांति वार्ता को आगे बढ़ाने के लिए खुले विचारों वाली और गंभीर हैं।” उन्होंने कहा, “एचएनएलसी के शीर्ष नेताओं से मेरा अनुरोध बहुत स्पष्ट है-दरवाजा अभी भी खुला है और हम उनसे बातचीत के लिए वापस आने का अनुरोध करेंगे और हम मेज पर बात करने के लिए तैयार हैं।”
दूसरी तरफ एचएनएलसी के अध्यक्ष बॉबी मार्विन और महासचिव-सह-प्रचार सचिव सैनकुपर नोंगट्रॉ ने एक संयुक्त बयान में अगले दौर की वार्ता के लिए शर्तें तय कीं। उन्होंने कहा, “हमने स्पष्ट रूप से कहा है कि जब तक हमारे खिलाफ सभी लंबित मामले वापस नहीं ले लिए जाते या संघर्ष विराम के लिए एक रूपरेखा समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए जाते, तब तक एचएनएलसी के अध्यक्ष या महासचिव चर्चा में भाग नहीं ले सकते।”
श्री तिनसोंग कहा कि श्री मार्विन और श्री नोंगट्रॉ को आगे आकर अगले दौर की वार्ता में भाग लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा, “मैंने हाल ही में एचएनएलसी द्वारा दिए गए बयान को सुना है, लेकिन एचएनएलसी से मेरा फिर से अनुरोध है कि कृपया बातचीत के लिए वापस आएं, क्योंकि जब तक हम आमने-सामने बात नहीं करेंगे कि आप वास्तव में क्या चाहते हैं,
तो हम कहीं नहीं पहुंचेंगे। हम काफी ईमानदार रहे हैं। कम से कम तीन-चार महीने से हमने उनके कैडरों का ख्याल रखा है। हमने उनकी सुरक्षा का ख्याल रखा है और कोई गिरफ्तारी भी नहीं हुई। आपको ऐसी आशंका क्यों हो रही है?”