हमास के ठिकानों पर इजराइल के लगातार हमलों के बीच हमास ने दो बुजुर्ग इजराइली महिला बंधकों को रिहा कर दिया है। सोमवार को इजराइल के सैन्य प्रवक्ता ने रेडक्रॉस की अंतरराष्ट्रीय समिति (आईसीआरसी) की दो महिलाओं नुरिट कूपर (80) और योचेवेद लिफशिट्ज (85) की रिहाई की पुष्टि की है। तीन दिनों पूर्व भी हमास ने दो महिला बंधकों को रिहा किया था। इन सभी को 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमले के दौरान हमास आतंकियों ने बंधक बना लिया था।
हमास प्रवक्ता अबू ओबैदा ने बयान जारी कर कहा है कि मानवीय और स्वाथ्यय कारणों से इन बंधकों को रिहा करने का फैसला किया गया। रिहा की गई महिलाओं के पति अभी भी हमास के बंधक हैं। बंधकों की रिहाई के लिए कतर और मिस्र संबंधित पक्षों को बातचीत की मेजर पर लाने के प्रयास कर रहे हैं। मिस्र की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मिस्र के प्रयासों से गाजा पट्टी से दो महिलाओं को रिहा कराने में सफलता मिली है। रिपोर्ट में कहा गया कि इस प्रक्रिया में इजराइल की कोई भूमिका नहीं थी।
रेडक्रॉस सोसाइटी की अंतरराष्ट्रीय समिति की तरफ से भी कहा गया है कि बंधकों की रिहाई के लिए मदद की। संस्था की तरफ से कहा गया है कि एक तटस्थ मध्यस्थ के रूप में उनकी भूमिका के लिए वह भविष्य में भी तैयार रहेंगे। उल्लेखनीय है कि 7 अक्टूबर को बेहद नाटकीय घटनाक्रम में 2500 से ज्यादा हमास आतंकियों ने जमीन, हवा और समुद्र के रास्ते इजराइल में प्रवेश कर कत्लेआम मचाते हुए बड़ी संख्या में लोगों को बंधक बना कर गाजा ले आए थे।