अमेरिका के प्रभावशाली सांसदों ने कहा है कि हमास की ओर से किया गया हमला यूरोप में यहूदियों के जनसंहार के बाद से उन पर किया गया सबसे जानलेवा हमला है। सांसदों ने यह बात इजराइल का समर्थन कर रहे भारतीय-अमेरिकियों से कही।
सांसद जैमी रस्किन ने ‘फउंडेशन फॉर इंडिया एंड इंडियन डायस्पोरा स्टडीज’ (एफआईआईडीएस) की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ”इजराइल में नागरिकों के ऊपर हमास की ओर से किए गए आतंकी हमले यूरोप में यहूदियों के नरसंहार के बाद से सबसे अधिक व्यापक और जानलेवा हैं।”
भारतीय-अमेरिकियों के एक समूह को संबोधित करते हुए रस्किन ने कहा कि हमास और फलस्तीन के लोगों के बीच फर्क करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ”हमास फलस्तीन के लोगों के लिए नहीं बोलता है और फलस्तीन के लोग हमास के अपराधों के लिए ज़िम्मेदार नहीं हैं।”इस कार्यक्रम को भारतीय-अमेरिकी सांसद श्री थानेदार ने भी संबोधत किया। उन्होंने इस हमले को यहूदियों के जनसंहार के बाद से यहूदियों पर सबसे घातक हमला बताया और कहा कि इजराइल के लिए अमेरिका में द्विदलीय समर्थन है।
थानेदार ने कहा, ”हम हर संभव तरीके से इजराइल का समर्थन करने जा रहे हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इजराइल इन आतंकवादियों से लड़ने और हमास को पूरी तरह से खत्म करने में सक्षम हो। हम नागरिकों, महिलाओं, पुरुषों, शिशुओं पर इस तरह के भयावह हमले होते नहीं देख सकते…।” श्री थानेदार ने कहा, ”वे (हमास) स्पष्ट तौर पर आतंकवादी हैं और उन्हें रोके जाने की जरूरत है।
अमेरिकी यहूदी समिति के सदस्य जेसन इसैकसन ने संकट के इस वक्त में इजराइल का साथ देने के लिए भारतीय-अमेरिकी समुदाय की सराहना की। उन्होंने कहा, ”इस घोर संकट के वक्त में, भयभीत करने वाले वक्त में यह जानना कि भारतीय-अमेरिकी समुदाय के हमारे भाई-बहन हमारे साथ हैं, हमारे लिए बहुत मायने रखता है।”
इसैकसन ने कहा, ”मुझे कहना है कि पिछले शनिवार सात अक्टूबर को हुए हमलों के कुछ ही घंटों के भीतर प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी द्वारा की गई टिप्पणियों से हममें से बहुत से लोग काफी प्रभावित हुए हैं।” ओहायो राज्य के सांसद नीरज अटानी ने कहा, ”हमास वैश्विक इस्लामी जिहादियों का एक नेटवर्क है।”