यात्री वाहन (पीवी) क्षेत्र में अगले वित्त वर्ष में पांच से सात प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने सोमवार को कहा कि स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) खंड की अगुवाई में यात्री वाहन क्षेत्र लगातार तीसरी बार नया शिखर छूएगा।एजेंसी ने कहा कि इसे चालू वित्त वर्ष में कारों और निर्यात की मांग सुस्त बनी रहने के बावजूद छह से आठ प्रतिशत की अनुमानित दर से बढ़त मिल सकती है।
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि उपभोक्ता प्राथमिकता में एक महत्वपूर्ण बदलाव ने एसयूवी की मांग को बढ़ा दिया है, जिससे इस वित्त वर्ष में इसकी बाजार हिस्सेदारी दोगुनी होकर कुल घरेलू मात्रा का लगभग 60 प्रतिशत हो गई है। वित्त वर्ष 2018-19 में कोविड-19 महामारी से पहले एसयूवी खंड की घरेलू बाजार हिस्सेदारी लगभग 28 प्रतिशत थी।
एजेंसी ने कहा कि पिछले तीन-चार साल में वाहनों की लागत में वृद्धि हुई है क्योंकि विनिर्माता प्रीमियम वाहनों की कीमतें बढ़ा रहे हैं और उन्हें सुरक्षा और उत्सर्जन पर अधिक कड़े नियमों का पालन करना पड़ रहा है।निर्यात के मामले में भी स्थिति ऐसी ही है। यात्री वाहन निर्यात की हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2018-19 में लगभग 17 प्रतिशत की तुलना में चालू वित्त वर्ष में धीमी होकर 14 प्रतिशत रहने का अनुमान है।रेटिंग एजेंसी ने कहा कि यह मुख्य रूप से पिछले दो वर्षों में प्रतिकूल मुद्रास्फीति और प्रमुख निर्यात बाजारों लातिनी अमेरिका, दक्षिण-पूर्व एशिया और अफ्रीका में विदेशी मुद्रा की सीमित उपलब्धता के कारण है। अगले वित्त वर्ष में भी यही रुझान रहने की संभावना है।