मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सुबह जालना पहुंच कर भूख हड़ताल पर बैठे मनोज जारंगे से मिले और मराठा आरक्षण देने के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहरायी। मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद मनोज जारंगे ने अपना आंदोलन वापस ले लिया है।मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद मनोज ने 17 दिन बाद समाप्त की भूख हड़ताल ।
इस मौके पर मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि मराठा समाज को आरक्षण दिलाने की जिम्मेदारी सरकार की है। सरकार इस दिशा में काम कर रही है। मुख्यमंत्री के इस आश्वासन के बाद जालना जिले अंतरवाली सराटी गांव में मराठा आरक्षण के लिए पिछले 17 दिन से भूख हड़ताल पर बैठे मनोज जारंगे ने अपना आंदोलन वापस ले लिया है।
इस मौके पर मनोज जारंगे ने कहा कि जब तक मराठा समाज को आरक्षण नहीं मिल जाता, वे शांत नहीं बैठेंगे। उन्हें विश्वास है कि मराठा समाज को आरक्षण मिलेगा ही। इसीलिए उन्होंने मुख्यमंत्री पर विश्वास रखकर अपना आंदोलन वापस लिया है। मनोज जारंगे सभी मराठा समाज के लोगों को कुनबी प्रमाण पत्र देने की मांग कर रहे हैं।