बांग्लादेश के पूर्व केंद्रीयमंत्री और अवामी लीग के प्रमुख स्तंभ मोतिउर रहमान का रविवार रात करीब 11 बजे निधन हो गया। उन्होंने नेक्सस अस्पताल में 81 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने उनके निधन पर शोक जताया है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उनके बड़े भाई जियाउद्दीन अहमद और मैमनसिंह जिला अवामी लीग के महासचिव मोअज्जम हुसैन बाबुल ने मोतिउर रहमान के निधन की पुष्टि की है। उनके परिवार में पत्नी, एक बेटा और तीन बेटियां हैं। वह लंबे समय से बीमार थे। नेक्सस अस्पताल में उनका इलाज हो रहा था।
राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन और प्रधानमंत्री शेख हसीना सोमवार सुबह शोक संदेश में पूर्व धार्मिक मामलों के मंत्री और स्वतंत्रता सेनानी मोतिउर रहमान के निधन पर गहरा दुख जताया है। राष्ट्रपति ने कहा कि बांग्लादेश मुक्ति संग्राम और शिक्षा क्षेत्र में मोतिउर रहमान के योगदान को हमेशा याद रखेगा। एकुशी पदक पुरस्कार विजेता के निधन से देश को अपूरणीय क्षति हुई है।
प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा कि मोतिउर रहमान अवामी लीग के समर्पित नेता थे। उन्होंने बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के नक्शेकदम पर चलते हुए अपनी सभी जिम्मेदारियां पूरी कीं। उन्होंने तीन दशकों से अधिक समय तक मैमनसिंह जिला अवामी लीग का नेतृत्व किया और मुक्ति संग्राम के दौरान स्वतंत्रता सेनानियों के प्रशिक्षक और सफल आयोजक के रूप में कार्य किया।