डीडवाना जिले में दो दलित युवकों की हत्या व टोंक जिले में संत की हत्या को लेकर भारतीय जनता पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने जांच कमेटियों का गठन किया हैं। यह जांच कमेटियां गुरुवार को घटना स्थल का दौरा कर अपनी रिपोर्ट सौपेंगी। डीडवाना जिले के राणासर गांव में दो दलित युवकों की हत्या के मामले में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी औऱ पूर्व विधायक गोवर्धन वर्मा की कमेटी बनाई गई हैं।
वहीं टोंक जिले में संत सियारामबाबा की हत्या के मामले में सीकर सांसद सुमेदानंद सरस्वती, अलवर सांसद बाबा बालकनाथ और टोंक सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया की तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गई है। दोनों घटनाओं को लेकर बीजेपी ने प्रदेश सरकार व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना भी साधा है। विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष व पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि इन वीभत्स घटनाओं से स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री अपराधियों के समक्ष सरेंडर कर चुके हैं, पूरे प्रदेश में माफियाओं का आतंक है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के शासन में अशोक गहलोत के राज में जिस तरीके से राजस्थान की बदहाली हुई है, अराजकता हुई है, बहुत डरावने हालात हो गए हैं। अक्सर थानों पर पंचलाइन लिखी होती है कि आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय, इसके उलट राजस्थान में हुआ है। अपराधों की लगातार फेहरिस्त बढ़ती जा रही है। सात हत्याएं प्रतिदिन राजस्थान की कांग्रेस सरकार के शासन की बानगी है। राजस्थान इस समय सर्वाधिक अपराधग्रस्त राज्य है।