विश्व में स्टार्टअप्स सहित टेक कंपनियों ने पिछले दो वर्षों में (13 अक्टूबर तक) 4,00,000 से अधिक कर्मचारियों को निकाल दिया है। इसी अवधि में 110 से अधिक भारतीय स्टार्टअप्स ने भारत में 30,000 से अधिक कर्मचारियों को बर्खास्त किया है। वैश्विक व्यापक आर्थिक स्थितियों का हवाला देते हुए, बिग टेक फर्मों और विभिन्न स्पेक्ट्रम स्टार्टअप्स ने कर्मचारियों को निकाल दिया है और छंटनी जारी है।
तकनीकी क्षेत्र में नौकरियों में कटौती पर नजऱ रखने वाली वेबसाइट के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, वैश्विक स्तर पर अब तक 2,120 तकनीकी कंपनियों ने 4,04,962 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। साल 2022 में 1,061 टेक कंपनियों ने 1,64,769 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। जबकि, 2023 में अब तक (13 अक्टूबर तक) 1,059 कंपनियों ने 2,40,193 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है।
पिछले दो वर्षों में औसतन हर दिन लगभग 555 कर्मचारियों ने अपनी नौकरियां खो दी या हर घंटे 23 कर्मचारियों की नौकरी चली गई। अकेले जनवरी में 89,554कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया। हालांकि, गिनती कम हो गई लेकिन छंटनी जारी रही। आंकड़ों के मुताबिक, पिछले महीने 4,632 कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया गया था।
सेक्टर के मामले में रिटेल टेक और कंज्यूमर टेक ने इस साल सबसे ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी की। आंकड़ों के अनुसार, रिटेल टेक ने करीब 29,161 और कंज्यूमर टेक इंडस्ट्रीज ने 28,873 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। चूंकि साल 2023 अभी खत्म नहीं हुआ है, शेष अवधि में और अधिक छंटनी होना तय है।