अफ्रीकी देश कांगो में संयुक्त राष्ट्र के विरोध में प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर सेना के सुरक्षाबलों की तरफ से हुई फायरिंग में 43 लोगों के मारे जाने सूचना आ रही है। सेना ने शुरू में सात लोगों के मारे जाने की जानकारी दी थी। सरकार ने बुधवार को पूर्वी कांगो के शहर गोमा में संयुक्त राष्ट्र विरोधी हिंसक प्रदर्शनों पर कार्रवाई की थी, जिसमें 56 अन्य लोग घायल हो गए।
दरअसल, एक पुलिसकर्मी पर हमले का कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कांगो की सेना ने गोमा शहर में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन और अन्य विदेशी संगठनों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन को हिंसक तरीके से तितर-बितर कर दिया।
कांगो के अधिकारियों ने कहा कि पुलिसकर्मी की पत्थर मारकर हत्या कर दी गई। इसके बाद सेना ने कार्रवाई करते हुए सात प्रदर्शनकारियों को मार गिराया। मगर सेना के ही दो अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि हमले में मरने वालों की संख्या 40 से ऊपर है।वहीं, संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि के वह सैनिकों द्वारा प्रदर्शनकारियों की मौतों की जांच कर रहे हैं। प्रांतीय सेना के प्रवक्ता गुइलाउम एनडजिक ने इन रिपोर्टों का खंडन किया और कहा कि मरने वालों की संख्या सात बनी हुई है।
बता दें कि कांगो सेना के अधिकारियों का एक वीडियो वायरल है, जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि सेना दर्जनों शवों को एक ट्रॉली में घसीटते हुए भर रही है।गोमा में इंटरनेशनल रेड क्रॉस की स्थानीय ब्रांच की प्रमुख ऐनी सिल्वी लिंडर ने कहा कि विरोध-प्रदर्शन के बाद उनके क्लिनिक में बड़ी संख्या में लोग आए थे, जो गंभीर रूप से चाकू और गोली से घायल हुए थे। ऐनी ने कहा कि क्लिनिक पर लाए गए घायलों में कुछ मर चुके थे।