आंखें आपके शरीर का वह हिस्सा है जिसकी मदद से आप सभी काम अच्छे से कर पाते हैं। आंखें आपकी 5 इंद्रियों में से एक हैं। लेकिन फिर भी लोग इसके स्वास्थ्य पर खास ध्यान नहीं देते हैं। यही कारण है कि आज ज्यादातर लोग चश्मा पहनने लगे हैं। कई स्थितियाँ और चोटें दृष्टि में परिवर्तन का कारण बन सकती हैं।अगर आप अक्सर आंखों में सूखापन, जलन, आंखों का लाल होना, सिरदर्द, धुंधली दृष्टि, बेचैन या थकी हुई आंखों का अनुभव करते हैं, तो ये आयुर्वेदिक टिप्स आपकी मदद कर सकते हैं। इन उपायों को अपनाकर आप अपनी आंखों की रोशनी बढ़ा सकते हैं और नेत्र विकारों से भी छुटकारा पा सकते हैं।आप कुछ घरेलू उपाय करके भी अपनी आंखों को स्वस्थ रख सकते हैं।आइये जानते है इन उपायों को
1.गुलाब जल-गुलाब जल आँखों में डालने से आँखों के जलन से राहत, थकी आंखों को आराम पहुंचाने का काम करता है।आयुर्वेद विशेषज्ञ आंखों में ऑर्गेनिक गुलाब जल डालने की सलाह देती है।ध्यान रखें की गुलाब जल ऑर्गेनिक ही हो अन्यथा दुकान पर मिलने वाले गुलाब जल आपकी परेशानी बढ़ा सकते हैं।
2.गाय का घी –शुद्ध गाय का घी आंखों के लिए अच्छा माना जाता है। सेवन के साथ-साथ आंखों में घी डालना या नाक में घी डालना आंखों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है.
3.त्रिफला –एक चम्मच त्रिफला चूर्ण लें और इसे रात भर 1 गिलास पानी में भिगो दें। सुबह इसे 21 बार किसी महीन कपड़े या कॉफी फिल्टर से छान लें। सुनिश्चित करें कि त्रिफला का कोई भी कण पानी में न रहे। आप इस पानी से अपनी आंखें धोएंत्रिफला आंखों के लिए एक अद्भुत जड़ी बूटी मानी जाती है। इसका उपयोग आंखें धोने के लिए किया जाता है। त्रिफला के पानी से आंखें धोने से लाभ होता है।
4.आंखों की पुतलियों को घूमाना-पुतलियों को घुमाना आंखों के लिए अच्छा व्यायाम है। ऐसा करने के लिए आपको हर दिन 10 मिनट तक अपनी आंखों को क्लॉकवाइज और एंटी-क्लॉकवाइज घुमाना होगा। यह आपके फोकस और दृष्टि को एक सीधी रेखा के लिए अनुकूलित करने में बहुत मदद करता है।आंखों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है.
5.एक्यूप्रेशर-पैर के अंगूठे और तीसरी उंगली की नसें आंखों से जुड़ी होती हैं। ऐसे में इन्हें दबाने से आंखों की रोशनी बेहतर होती है और आंखें ठीक से काम करने लगती हैं।