दिल में कैल्शियम का मात्रा बहुत ज्यादा होना खतरनाक हो सकता है. कैल्शियम की मात्रा को हमेशा नियंत्रित रखना चाहिए. अत्यधिक कैल्शियम से दिल की धमनियां संकरी हो सकती हैं, जिससे रक्त का प्रवाह प्रभावित होता है. उच्च रक्तचाप, उम्र बढ़ना आदि कैल्शियम जमाव को बढ़ा सकते हैं. ऐसे लोगों को अपने कैल्शियम सेवन पर ध्यान देना चाहिए और नियमित रूप से जांच करवानी चाहिए. आहार में बदलाव, व्यायाम आदि से कैल्शियम को कम किया जा सकता है. सतर्क रहकर दिल की बीमारियों से बचा जा सकता है.
विज्ञान और चिकित्सा जगत में हाल ही में हुई एक अध्ययन से पता चला है कि हार्ट में कैल्शियम का जमाव जानलेवा हो सकता है और यह दिल की बीमारियों का जोखिम बढ़ा सकता है. वैज्ञानिकों ने देखा कि कोरोनरी आर्टरी, जो दिल को खून पहुंचाती है, में कैल्शियम का जमाव हो सकता है. इस जमाव को कैल्सीफिकेशन कहते हैं और यह धमनियों की सामान्य प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है, जिससे धमनियों में अवरुद्ध हो सकती है. कैल्शियम स्कोरिंग, जो की कार्डियेक CT स्कैन से किया जाता है, यह देखने के लिए होता है कि दिल की धमनियों में कितना कैल्शियम जमा हो रहा है. अधिक कैल्शियम स्कोर होने पर दिल की बीमारी होने का जोखिम अधिक होता है.
जानें कैसें इस बीमारी से बचा जा सकता है.
सही आहार: तेल, चर्बी, और अत्यधिक नमक से बचें. फल, सब्जियां और फाइबर युक्त आहार अधिक सेवन करें.
व्यायाम: नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए, जैसे कि तेज चलना, जिम जाना या अन्य किसी भी प्रकार की व्यायामी गतिविधियों में भाग लेना.
धूम्रपान और शराब से परहेज: धूम्रपान और अधिक मात्रा में शराब का सेवन दिल की बीमारियों का जोखिम बढ़ा सकता है.
वजन नियंत्रित रखें: संतुलित वजन बनाये रखना भी दिल के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है.
डॉक्टर से परामर्श: यह सबसे महत्वपूर्ण है. डॉक्टर ही ठीक से बता सकते हैं कि आपको किस प्रकार का उपचार करवाना चाहिए.
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