छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल में एक हाथी की मौत हो गयी है। हाथी की मौत प्रथम दृष्टया करंट से होने की आशंका जताई जा रही है। घटना की सूचना के बाद वन विभाग को टीम जांच में जुट गई है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा।
वन विभाग के सूत्रों के अनुसार एक हाथी भोजन की तलाश में मेढरमार कॉलोनी तक आ पहुंचा। जहां कल एक खेत में हाथी की संदिग्ध परिस्थितियों में लाश मिली। दरअसल किसान फसल को हाथियों और वन्य जीवों से बचाव के लिए तार की बाड़ लगाकर उसमें करंट प्रवाहित करते हैं। माना जा रहा है की हाथी की मौत बाड़े में करंट प्रवाहित तार की चपेट में आने से हुयी है।
इन दिनों धरमजयगढ़ वन परिक्षेत्र में 79 हाथियों का दल विचरण कर रहा है। शनिवार की रात दो हाथी गांव की ओर आए थे और वन विभाग की टीम इसकी मॉनिटरिंग कर रही थी। रात में बारिश की वजह से गांव में मुनादी भी कराई गई थी। रात के 12 बजे तक इसकी मॉनिटरिंग की गई थी।
बारिश के बाद रात तीन बजे के आस पास एक हाथी जंगल की ओर चला गया और दूसरा भोजन की तलाश में गांव की ओर आ गया, जहां फसल की सुरक्षा के लिए बाड़े में लगाई गई करंट प्रवाहित फेंसिंग तार की चपेट में आने से हाथी की मौत हो गयी। इस मामले में वन विभाग जांच में जुट गया है।