इटावा जिले के बलरई थाना इलाके में चार और सात वर्षीय दो सगी बहनों की धारदार हथियार से गला रेतकर कथित तौर पर हत्या किए जाने के मामले का राजफाश करते हुए पुलिस ने हत्यारोपी बड़ी बहन को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सत्यपाल सिह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इटावा और कानपुर की फोरेंसिक टीमों तथा घटना के विश्लेषण के लिए गठित टीमों द्वारा इकट्ठा किये गये साक्ष्यों से संकेत मिला कि दोनों बहनों की हत्या उनकी बड़ी बहन अंजली (20) ने फावड़े से की है। उन्होंने कहा कि फोरेंसिक टीम द्वारा कपड़ों की जाँच में मिले खून के अवशेष का मिलान किए जाने के बाद पुलिस को बडी़ बहन अंजली पर संदेह हुआ और कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने पूरी बात बताई।
सिंह ने कहा कि अंजलि की निशानदेही पर घर में रखा फावड़ा बरामद किया गया जिससे कथित तौर पर हत्या की गई थी। उन्होंने बताया कि साक्ष्य मिटाने की नीयत से फावड़े को पानी से धोकर रखा गया था। फावड़े का निरीक्षण करने पर खून के निशान मिले। पुलिस ने बडी़ बहन अंजली को हत्या के आरोप में सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कहा कि मामले में विस्तृत छानबीन की जा रही है।
इसके पहले इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संतोष कुमार ने पत्रकारों को बताया था कि थाना बलरई क्षेत्र के बहादुरपुर गांव में रविवार की शाम साढ़े छह से सात बजे के बीच जयवीर सिंह पाल के घर में घुसकर हत्यारों ने उसकी पुत्री सुरभि (सात) तथा रोशनी (चार) की धारदार हथियार से गला काटकर हत्या कर दी।
कुमार ने बताया कि इस घटना के समय बच्चियों के माता-पिता और बड़ी बहन अंजली (20) खेत गए थे। जयवीर सिंह के दो बेटे अनुज (18) और सनुज (14) बकरी चराने गए हुए थे तथा दो अन्य बेटे नंदकिशोर (12) तथा कन्हैया (10) खेलने गए थे।
एसएसपी ने बताया कि अंजली (20) खेत से चारा लेकर जब घर लौटी, तो उसने अपनी दोनों बहनों को घर के अलग-अलग कमरों में खून से लथपथ पाया, जिसके बाद जयवीर सिंह ने पुलिस को घटना की सूचना दी। कुमार ने बताया कि पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी। उन्होंने अंदेशा जताया था कि घटना में प्रथम दृष्टया किसी करीबी व्यक्ति का हाथ हो सकता है।