दक्षिण अफ्रीका के टॉलस्टॉय फार्म में महात्मा गांधी की आठ फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया गया है।गांधी ने 20वीं सदी की शुरुआत में दक्षिण अफ्रीका में यहां एक वकील के तौर पर काम करने के दौरान इस आश्रम की स्थापना की थी।भारत के उच्चायुक्त प्रभात कुमार ने रविवार को इस आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया।
कुमार ने प्रतिमा का अनावरण करने के दौरान कहा, ”यह प्रतिमा संभवत: महात्मा गांधी की तब की झलक दिखाती है जब वह दक्षिण अफ्रीका छोड़कर गए थे। हमने 1914 की महात्मा गांधी की तस्वीरें देखी हैं और यहां वह कहीं ज्यादा बड़े लग रहे हैं। मुझे लगता है कि यह टॉलस्टॉय फार्म पर उन्हें एक भव्य श्रद्धांजलि है जहां वह पांच या छह साल रहे थे।
1910 से 1914 तक वह कई बार यहां रहे।”कुमार ने याद किया कि गांधी के मित्र हर्मन कैलेनबाच ने एक आत्मनिर्भर आश्रम बनाने के लिए यह खेत दान कर दिया था।उन्होंने कहा, ”ऐसा इसलिए किया गया था क्योंकि यहां हमारे समुदाय के लोग भेदभावपूर्ण और अन्य कानून के खिलाफ संघर्ष कर रहे थे।”
कुमार ने कहा, ”उन्हें अपने परिवारों को भी साथ लाना पड़ा था। परिवार के लालन-पालन के लिए कालेनबाच ने यह खेत खरीदा और इसे महात्मा गांधी को दान कर दिया।”उन्होंने याद किया कि कैसे इन परिवारों ने टॉलस्टॉय फार्म में फल और सब्जियां उगायी।साल 1990 तक टॉलस्टॉय फार्म को पूरी तरह तोड़ दिया गया और अंतिम किरायेदार के जाने के बाद इसे खाली छोड़ दिया गया।
अब ‘महात्मा गांधी रिमेम्बरेन्स ऑर्गनाइजेशन’ और इसके प्रमुख मोहन हीरा (84) ने लगभग अकेले अपने दम पर टॉलस्टॉय फार्म के पुनरुद्धार का अभियान शुरू किया। उनके प्रयासों के लिए उन्हें इस साल जनवरी में भारतीय प्रवासी समुदायको दिया जाने वाला, भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘प्रवासी भारतीय पुरस्कार’ प्रदान किया गया।