मिस्र के अधिकारी युद्ध विराम की बाधा को दूर करने के लिए पहुंचे तेल अवीव

हमास और इजराइल के बीच युद्ध का सिलसिला जारी है, जिसकी जद में आकर अब तक कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। वहीं, मिस्र के अधिकारी तेल अवीव पहुंचे, जहां उन्होंने युद्धविराम वार्ता और संभावित बंधक रिहाई समझौते में तेजी लाने की प्रक्रिया शुरू की।

सूत्रों के मुताबिक, इजराइली रक्षा मंत्रालय ने पुष्टि की है कि मिस्र के उच्च प्रतिनिधिमंडल इजराइल पहुंचे और उन्होंने मोसाद प्रमुख डेविड बर्निया के साथ बातचीत की है।24 नवंबर से 1 दिसंबर तक चले युद्ध विराम के बाद गाजा से 105 इजराइलियों को रिहा कर दिया गया। वहीं, अगली वार्ता की तारीख अभी-भी निर्धारित नहीं हो पाई है, क्योंकि अभी तक दोनों पक्ष इसे लेकर एकमत नहीं हो सकें हैं।इजराइली खूफिया एजेंसी के मुताबिक, हमास की ओर से लगातार इजराइल पर दबाव बनाया जा रहा है कि वो अपने यहां जेलों में बंद फिलिस्तीनी कैदियों को जल्द से जल्द रिहा करें।सूत्रों के मुताबिक, इजराइल पहले राउंड में फिलिस्तीन के 35 कैदियों को रिहा करने पर राजी हो चुका है।

हालांकि, इजराइल ने दो टूक कह दिया है कि वो अपनी सेना को गाजा से किसी भी कीमत पर नहीं हटाएंगे। बता दें कि इजराइल ने फिलिस्तीन के वार्ताकारों को स्पष्ट कह दिया है कि आप चाहे कितने भी प्रयास कर लो। आपके इस सुझाव पर विचार नहीं किया जाएगा।ध्यान दें, रेफा एक अंतरराष्ट्रीय सीमा है, जो कि मिस्र और इजराइल को आपस में जोड़ती है, जिसके जरिए खाद्य सामग्री, तेल और दवा सहित अन्य सामग्री पहुंचाई जा रही है।

इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याह और रक्षा मंत्री योव वीरता ने ऐलान किया है कि इजराइली सेना रेफा से मार्चिंग कर रहे होंगे, जहां बड़ी संख्या में हमास के आतंकी छुपे हुए हैं।बता दें, इजराइल की राय जानने के बाद मिस्री प्रतिनिधिमंडल दोहा पहुंचेंगे, जहां वो बंधक सौदे के संदर्भ में कतरी अधिकारियों को संदेश संप्रेषित करेंगे।सूत्रों के मुताबिक, सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए) के प्रमुख विलियम बर्न्स युद्धविराम की बाधाओं का संभावित समाधान लाने और बंधकों की शीघ्र रिहाई सुनिश्चित करने के लिए अमेरिका, कतर, मिस्र, इज़राइल और हमास के साथ शांति वार्ता की निगरानी कर रहे हैं।