पश्चिम बंगाल के वन मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राज्य में कथित करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में लंबी पूछताछ के बाद शुक्रवार तड़के उनके साल्ट लेक स्थित आवास से गिरफ्तार कर लिया। श्री मल्लिक को पहले सीजीओ कॉम्प्लेक्स ले जाया गया और बाद में उन्हें स्वास्थ्य जांच के लिए ईएसआई अस्पताल ले जाया गया, इसके बाद उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा। श्री मल्लिक ने गिरफ्तारी के बाद कहा, ‘मैं गहरी साजिश का शिकार हूं।’
सूत्रों के अनुसार ईडी ने गुरुवार को श्री मल्लिक के साल्ट लेक स्थित फ्लैट और दमदम के नागर बाजार स्थित उनके पूर्व निजी सहायक के घरों पर एक साथ छापेमारी की। कथित तौर पर मंत्री के साथ संबंध रखने वाले व्यवसायी बकीबुर रहमान की गिरफ्तारी के बाद कम से कम आठ स्थानों पर छापेमारी शुरू हुई।
यह छापेमारी महामारी की अवधि के दौरान राशन वितरण में कथित अनियमितताओं के बाद की जा रही है, जब श्री मल्लिक राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री थे। सूत्रों ने कहा कि इसके अलावा साल्ट लेक (कोलकाता) इलाके में श्री मल्लिक के दो फ्लैटों, दम दम में नागर बाजार में दो अन्य फ्लैटों और नागर बाजार में भगवती पार्क में एक अन्य घर पर भी एक साथ छापेमारी की जा रही है। तीन अन्य जगहों पर छापेमारी की जा रही है। श्री मल्लिक उत्तर 24 परगना के हाबरा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।