आज के समय में बिगड़ती दिनचर्या की वजह से लोगों का सेहत पर बहुत बुरा प्रभाव हो रहा है। एक अस्त-व्यस्त दिनचर्या का का प्रतिकूल प्रभाव आपके पूरे शरीर पर पड़ता है, जिसकी वजह से आपको कई परेशानियां हो सकती हैं। बदलते लाइफस्टाइल और काम की वजह से लोग रात को देर तक जागते हैं या देर रात खाना खाने की आदत होती है, लेकिन ये आदत आपके मस्तिष्क पर बहुत बुरा प्रभाव डालती है। एक रिसर्च के अनुसार, जो लोग रात की शिफ्ट में काम करते हैं उनके मस्तिष्क पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इसलिए लोगों को इस ओर ध्यान देना बहुत आवश्यक है।
एक शोध के मुताबिक, जो लोग देर रात जब सोने का समय होता है तब भोजन करते हैं, उनकी स्मरण शक्ति पर बुरा प्रभाव होता है और सीखने की क्षमता में कमी आ सकती है। इसी तरह से रात को देर तक जागने या नियमित रुप से रात की शिफ्ट करने वालों को भी मस्तिष्क से संबंधित परेशानियों का खतरा रहता है।
लॉस एंजेलिस में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के साइकियाट्री और बायो विहेवियरल साइंसेज के प्रोफेसर कहते हैं कि कुछ लोग ये सोचते हैं कि काम और खाना किसी भी समय पर कर सकते हैं लेकिन शोध के अनुसार कोई व्यक्ति अपनी क्षमता से अधिक काम करता है तो इससे उसकी जीवनशैली और स्वास्थ्य दोनों बुरी तरह से प्रभावित होते हैं।
कोलवेल के मुताबिक, शरीर में सरकाडियन रिद्म जिसे शरीर के अंदर की जैविक घड़ी कह सकते हैं, 24 घंटे के चक्र का पालन करते हुए हार्मोन और शरीर की अन्य गतिविधियों को नियंत्रित करती है। इसलिए किसी भी व्यक्ति की खराब दिनचर्या उसके प्रतिरक्षा तंत्रपर बुरा असर करती है। समय पर खाना न खाने की वजह से व्यक्ति को टाइप 2 डायबिटीज का खतरा भी रहता है।