आंत में सूजन के कारण कई पेट संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। असल में हमारी आंत में कुछ बैक्टीरिया होते हैं, जो हमारे पाचन को दुरुस्त रखने में बहुत भूमिका निभाते हैं। आंत के माइक्रोबायोम या बैक्टीरिया समग्र शरीरिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी होते हैं। यह इम्यूनिटी को दुरुस्त रखने और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। खासकर जब यह सूजन संबंधी बीमारी से संबंधित है। लेकिन जब आंत में इनका संतुलन बिगड़ता है, तो इससे कई स्वास्थ्य समस्याएं देखने को मिल सकती हैं। यह आंत में सूजन का कारण भी बन सकते हैं, जिससे अपच, कब्ज, पेट दर्द, ब्लोटिंग और कई अन्य समस्याएं देखने को मिलती हैं।
अच्छी बात यह है कि अगर आप डाइट में कुछ एंटी-इन्फ्लेमेटरी फूड्स को शामिल कर लें, तो इससे आपको इससे आप आंत में सूजन से बच सकते हैं और सेहतमंद रह सकते हैं। साथ ही, ये फूड्स आपके आंत में माइक्रोबायोम के संतुलन को बनाए रखने, पाचन दुरुस्त रखने, इम्यूनिटी मजबूत बनाने के साथ-साथ समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद कर कते हैं। लाइफ केयर होम्योपैथी की फाउंडर और होम्योपैथिक डॉक्टर कुशांगी हेमानी ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में 5 ऐसे एंटी-इन्फ्लेमेटरी फूड्स शेयर किए हैं, जो आंतों के लिए बहुत लाभकारी साबित हो सकते हैं। इस लेख में हम आपको इनके बारे में विस्तार से बता रहे हैं…
आंत को स्वस्थ रखने के लिए 5 एंटी-इंफ्लेमेटरी फूड्स-
1. हल्दी- हल्दी सूजन दूर करने के लिए एक प्राकृतिक उपचार के रूप में काम करती है, इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण के साथ शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं, जो सूजन से लड़ने में मदद करते हैं। यह मांसपेशियों की असामान्य एक्टिविटी को कम और पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करते हैं। आप इसे अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं। आप चाहें तो रात में सोने से पहले हल्दी वाला दूध या गर्म पानी में हल्दी डालकर भी इसका सेवन कर सकते हैं।
2. लहसुन और अदरक- अदरक में जिंजरॉल और लहसुन में एलिन नामक एक्टिव कंपाउंड होते हैं, जो पाचन को दुरुस्त करने में मदद करते हैं। इन फूड्स में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाचन संबंधी समस्याएं जैसे दस्त, कब्ज और सूजन से राहत प्रदान करने में मदद करते हैं। विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और शरीर को ठीक से काम करने में मदद करते हैं। आप भोजन में मसाले के तौर इनका प्रयोग कर सकते हैं।
3. नारियल का तेल- वर्जिन कोल्ड प्रेस्ड नारियल तेल को खाली पेट लेने से पेट की सूजन ठीक होती है, बैक्टीरिया कम होते हैं और पाचन में सुधार होता है। नारियल का तेल एंटीऑक्सीडेंट का एक अच्छा स्रोत है। साथ ही, इसमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी प्रभाव भी होते हैं और बहुत अच्छी मात्रा में होते हैं।
4. केला और पपीता-
केला और पपीता जैसे फल एंटी-इन्फ्लेमेटरी, बैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण वाले बहुमुखी फल हैं, जो सूजन से लड़ने में मदद कर सकते हैं। ये शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं। इनका सेवन करने से आंत को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है।
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