नेपाल में आए 6.4 तीव्रता वाले भूकंप के कारण बिहार के कई जिलों में भी जोरदार झटके महसूस किए गए। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। बहरहाल, इस दौरान राज्य में जान-माल का किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ।
बिहार आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया कि पटना, कटिहार, पूर्वी चंपारण, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, पश्चिमी चंपारण, सासाराम, नवादा और भारत-नेपाल सीमा से लगे कई अन्य जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। विभाग ने शनिवार को यहां जारी एक बयान में कहा, ”भूकंप के कारण जान-माल का किसी प्रकार का नुकसान होने की कोई जानकारी नहीं मिली है।” विभाग ने भूकंप संबंधी जानकारी या सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने बताया कि शुक्रवार देर रात करीब साढ़े 11 बजे आए भूकंप का केंद्र अयोध्या के 227 किलोमीटर पूर्व और काठमांडू से 331 किलोमीटर पश्चिम उत्तर पश्चिम में नेपाल के जाजरकोट जिले में था। इस भूकंप के कारण कम से कम 128 लोगों की मौत हो गई। भूकंप का असर काठमांडू और आसपास के जिलों में भी महसूस किया गया। पश्चिमी नेपाल के जाजरकोट और रुकुम जिले भूकंप से सबसे अधिक प्रभावित हुए।
बिहार में भूकंप के झटकों के कारण लोगों में दहशत फैल गई और पटना, कटिहार, नवादा, मुजफ्फरपुर और दरभंगा के विभिन्न इलाकों में लोग अपने घरों से एहतियातन बाहर निकल आए। अधिकारियों ने बताया कि भूकंप राष्ट्रीय राजधानीक्षेत्र सहित उत्तर भारत के कई अन्य हिस्सों में भी महसूस किया गया। नेपाल में एक महीने में तीसरी बार तेज भूकंप आया है।