मोरिंगा यानी सहजन औषधीय गुणों से भरपूर है। इसका सेवन करने से कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। आमतौर पर लोग सहजन की तीलियों का इस्तेमाल सांबर, करी या दाल बनाने में करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सहजन की पत्तियां भी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं। आयुर्वेद में सहजन की पत्तियों का इस्तेमाल कई बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है। सहजन के पत्तों में विटामिन ए, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, विटामिन सी, प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। मोरिंगा के पत्तों से बनी चाय पीने से वजन घटाने से लेकर बीपी को कम करने तक में मदद मिल सकती है। रोजाना सुबह मोरिंगा की चाय पीने से इम्यूनिटी बूस्ट होती है और कई गंभीर बीमारियों का जोखिम कम होता है। आज इस लेख में हम आपको सहजन की चाय पीने के फायदे और बनाने का तरीका बता रहे हैं –
सहजन की चाय पीने के फायदे –
दिल के लिए फायदेमंद- सहजन की चाय का सेवन दिल की सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। एक अध्ययन के अनुसार, सहजन की पत्तियों में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है। यह शरीर में सूजन के कारण होने वाली समस्याओं को दूर करने का काम करता है। रोज सहजन की पत्तियों की चाय पीने से दिल से जुड़ी बीमारियों का जोखिम कम करने में मदद मिलती है।
ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करे- डायबिटीज रोगियों के लिए सहजन की चाय बहुत लाभकारी होती है। एक स्टडी से पता चलता है कि सहजन की पत्तियों में एंटी-डायबिटीक गुण पाए जाते हैं। यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखने में मदद करती है। डायबिटीज के मरीज डॉक्टर की सलाह लेकर सहजन की चाय का सेवन कर सकते हैं।
बॉडी को डिटॉक्स करे- सहजन की पत्तियों में मौजूद गुण शरीर को डिटॉक्स करने का काम करते हैं। रोज सुबह सहजन की चाय पीने से शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। इससे बॉडी डिटॉक्स होती है और किडनी फंक्शन को बेहतर बनाने में भी मदद मिलती है।
वजन घटाने में मददगार- सहजन की चाय शरीर में जमा एक्स्ट्रा फैट को हटाने का काम करती है। दरअसल, इसमें एंटी-ओबेसिटी गुण मौजूद होते हैं, जो वजन कम करने में आपकी मदद कर सकते हैं। साथ ही, इसमें कैलोरी की मात्रा भी कम होती है। रोज सहजन की चाय पीने से वजन कंट्रोल में रहता है और मोटापा नहीं बढ़ता है।
हड्डियों को मजबूत बनाए- सहजन की चाय पीने से हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद मिलती है। इसमें मौजूद कैल्शियम और फास्फोरस हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और हड्डियों में होने वाली समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। इसको पीने से ऑस्टियोपोरोसिस का जोखिम भी कम होता है।
सहजन की चाय कैसे बनाएं? –
मोरिंगा टी यानी सहजन की चाय बनाना बहुत ही आसान है। इसके लिए सहजन की ताजी पत्तियों को छाया में सुखा लें। फिर इन पत्तियों को ग्राइंडर में बारीक पीस लें। चाय बनाने के लिए सहजन का पाउडर तैयार है। चाय बनाने के लिए एक चम्मच सहजन पाउडर को एक कप पानी में उबाल लें। फिर इसे छानकर इसका सेवन करें। आप चाहें तो सहजन की पत्तियों को पानी में उबालकर भी चाय बना सकते हैं।
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