क्या दौड़ने से घुटनों पर पड़ता है बुरा असर, एक्सपर्ट से जानें

सुबह जल्दी उठकर दौड़ने से आपके शरीर की कई समस्याएं दूर हो जाती हैं। दौड़ने से आपको कई फायदे मिलते हैं, जिसका असर आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों पर दिखता है। इसके नियमित अभ्यास से आपका रक्त संचार बेहतर होता है, जिससे आपकी थकान और आलस्य दूर हो जाता है। इतना ही नहीं, रनिंग आपके मोटापे को भी कम करने में मदद करती है। लेकिन, कई बार दौड़ने वाले लोगों को घुटने में दर्द की समस्या होने लगती है। इस लेख में नारायणा अस्पताल इंटरनल मेडिसिन और सीनियर कंसलटेंट डॉ. पंकज वर्मा से जानेंगे कि क्या रनिंग करने से घुटनों पर असर पड़ता है? साथ ही, यह भी जानेंगे कि रनिंग करते समय किन सावधानियों को अपनाना बेहद जरूरी होता है।

क्या दौड़ने से घुटनों पर बुरा असर पड़ सकता है-एक्सपर्ट्स से बात करके पता चलता है कि दौड़ने से घुटनों पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है। लेकिन, अगर कोई व्यक्ति कई घंटों तक दौड़ता है, तो यह उपास्थि और टेंडन को प्रभावित कर सकता है। इसके पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं. वहीं, जिन लोगों को हड्डियों से संबंधित समस्याएं जैसे गठिया या ऑस्टियोपोरोसिस आदि हैं, उन्हें भी दौड़ते समय घुटनों में दर्द महसूस हो सकता है। इसके अलावा गलत रनिंग तकनीक अपनाने से भी घुटनों पर दबाव पड़ सकता है। इससे कुछ समय के बाद घुटनों में सूजन और दर्द हो सकता है। साथ ही, चोट लगने का जोखिम अधिक होता है। ऐसे में डॉक्टर कहते हैं, यदि आपको हड्डियों से जुड़ी समस्या नहीं है, तो रनिंग करने से आपके घुटनों पर बुरा असर नहीं पड़ता है।

घुटनों पर दौड़ने के प्रभाव को कैसे कम करें- जैसा कि आपको पहले बताया जा चुका है कि रनिंग करने से घुटनों पर खराब असर नहीं पड़ता है। लेकिन, कुछ स्वास्थ्य स्थितियां और दौड़ने की गलत तकनीक घुटनों को प्रभावित कर सकती हैं। आगे जानते हैं रनिंग के दौरान घुटनों पर पड़ने वाले प्रभाव को कैसे कम करें?

ज्यादा देर तक न दौड़ें
एक्सपर्ट्स के अनुसार अपनी क्षमता से ज्यादा देर तक दौड़ने से आपकी हड्डियों और मांसपेशियों को जोड़ने वाले टेंडन और लिगामेंट्स पर दबाव पड़ सकता है। कुछ मामलों में टेंडन और लिगामेंट्स को नुकसान हो सकता है। ऐसे में आपको चलने या दौड़ने में परेशानी हो सकती है।

बीमारी का इलाज कराएं
कुछ बीमारियां जैसे गठिया (अर्थराइटिस) और ऑस्टियोपोरोसिस में व्यक्ति की हड्डियां कमजोर होती है। साथ ही, बोन डेंसिटी पर असर पड़ता है। हड्डियों या घुटनों से जुड़ी समस्या में डॉक्टर रनिंग करने की सलाह नहीं देते हैं। ऐसे में आपको पर्याप्त इलाज और डॉक्टर की सलाह के बाद ही रनिंग करनी चाहिए।

दौड़ते समय सही तकनीक को फॉलो करें
गलत तरीके से दौड़ने से आपको चोट लगने का खतरा अधिक होता है। साथ ही, घुटनों और पैरों की अन्य मांसपेशियों पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में आपको किसी विशेषज्ञ से सलाह लेकर सही तकनीक से दौड़ना चाहिए।

आरामदायक जूते पहनें
दौड़ते समय घुटनों पर पड़ने वाले प्रभाव से बचने के लिए आप आरामदायक जूते पहनें। कई बार पैरों की साइज से बड़े या छोटे जूते पहनने से भी आपको असहजता महसूस हो सकती है। इसका असर आपके रनिंग पैर्टन पर पड़ सकता है।

दौड़ना एक संपूर्ण व्यायाम है, इससे कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। लेकिन, घुटनों का ज्यादा इस्तेमाल, हड्डियों की समस्या या गलत तरीके से दौड़ने से आपके घुटनों पर बुरा असर पड़ सकता है। इन समस्याओं में आपको भागदौड़ से बचना चाहिए।

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